Independence Day 2024: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने 78वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर देश और विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि यह दिन तब ही खास होगा जब देश के लगभग 140 करोड़ गरीब और मेहनतकश बहुजन दरिद्रता से मुक्त होकर अपने और अपने परिवार का जीवन खुशहाल देख पाएंगे. मायावती ने कहा कि ऐसा तभी संभव है जब केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकारें ‘हर हाथ को काम’ देने वाली सही संवैधानिक, अर्थात सच्ची अम्बेडकरवादी सोच अपनाएं, जैसा कि उत्तर प्रदेश में BSP की चार बार की सरकार में किया गया था.
Read More: Independence Day 2024: गांधी जी के 5 प्रमुख आंदोलन…जिसने बदल दी हिन्दुस्तान की तस्वीर…
‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर सवाल
बताते चले कि मायावती (Mayawati) ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर बीजेपी और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जोर-शोर से प्रचारित ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का जिक्र करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि यह अभियान जनता का ध्यान असल समस्याओं से भटकाने का प्रयास है. उन्होंने यह भी कहा कि देशवासियों में देशभक्ति की भावना की कोई कमी नहीं है, बल्कि उनकी मेहनत और संघर्ष का ही नतीजा है कि अपार गरीबी, बेरोजगारी, और महंगाई के बावजूद वे देश की तरक्की में पूरी मेहनत से लगे हुए हैं.
गरीबों के प्रति सरकार की जिम्मेदारी
मायावती (Mayawati) ने कहा कि बीजेपी और उसकी केंद्र और राज्य सरकार को गरीबों और पिछड़े बहुजनों के हित में अपनी नीतियों में सुधार करना चाहिए. उन्हें रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने चाहिए ताकि गरीब लोग सरकार की कृपा पर निर्भर रहने की बजाय आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के साथ जीवन जी सकें. उन्होंने सरकार से यह भी अपील की कि वह छोटे और मध्यम स्तर के पूंजीपतियों और स्वरोजगार पर निर्भर लोगों को उजाड़ने की बजाय उनका समर्थन करे, क्योंकि यही लोग देश के वास्तविक विकास के वाहक हैं.
आर्थिक दावों पर मायावती की प्रतिक्रिया
मायावती (Mayawati) ने सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था के विकास के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर गरीब लगातार गरीब हो रहे हैं और मेहनतकश समाज की कमाई नहीं बढ़ रही है, तो ऐसे दावे सिर्फ हवा-हवाई हैं. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते मूल्य पर भी सरकार को ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि यह आत्मनिर्भरता को प्रभावित करता है.
सरकार की सोच में बदलाव की जरूरत
मायावती (Mayawati) ने जोर देकर कहा कि आज देश की सबसे बड़ी जरूरत ‘हर हाथ को काम’ देने वाली ईमानदार नीयत और नीति को अपनाना है. उन्होंने कहा कि यूपी में BSP की सरकारों ने इस दिशा में काम किया था, और यह तभी संभव होगा जब सरकार सही अम्बेडकरवादी संवैधानिक सोच के साथ कार्य करेगी, न कि बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों के इशारे पर. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता का सही अर्थ है लोगों के जीवन स्तर में सुधार, जिसके लिए सरकार को संविधान के प्रति पूरी तरह से जिम्मेदार होकर काम करना चाहिए, न कि भावनात्मक मुद्दों के जरिए जनता का ध्यान भटकाना.