Maruti Suzuki Share Price: भारत की सबसे बड़ी यात्री कार निर्माता कंपनी, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के शेयर गुरुवार को चर्चा का विषय बने। कंपनी के दिसंबर तिमाही के नतीजे विश्लेषकों की उम्मीदों के अनुरूप रहे, जिससे निवेशकों की उम्मीदें बनी रहीं। हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही ईबीआईटीडीए मार्जिन में 26 आधार अंकों की गिरावट आई और यह 11.6% पर आ गया, जबकि प्रतिद्वंद्वी हुंडई में 150 आधार अंकों की गिरावट देखी गई। इस प्रदर्शन के बावजूद, मारुति के लिए आगे की राह कुछ चुनौतीपूर्ण नजर आ रही है, और इसके बारे में विश्लेषकों के बीच चर्चा हो रही है।
सीएलएसए और मॉर्गन स्टेनली की सकारात्मक रेटिंग

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने मारुति पर ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग बनाए रखी है और स्टॉक पर अपना मूल्य लक्ष्य ₹12,631 से बढ़ाकर ₹13,446 कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म ने अपनी तिमाही विश्लेषण में कहा कि उच्च पैमाने पर प्रचार के कारण तिमाही में मार्जिन में गिरावट आई, लेकिन फिर भी कंपनी के प्रदर्शन को सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है। सीएलएसए ने यह भी बताया कि सीएनजी-संचालित कारों की मांग में वृद्धि जारी रहने की संभावना है, जो कंपनी के लिए भविष्य में फायदेमंद हो सकती है। इसी तरह, मॉर्गन स्टेनली ने स्टॉक पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है और इसका मूल्य लक्ष्य ₹14,942 प्रति शेयर रखा है। ब्रोकरेज ने कहा कि Q3 एक मजबूत तिमाही रही, जिसमें छूट के बावजूद कंपनी का EBIT मार्जिन प्रभावशाली बना रहा।
मारुति की निर्यात वृद्धि और EV मॉडल पर ध्यान
मारुति के निर्यात में इस तिमाही में 38% की वृद्धि हुई, जो कुल Q3 बिक्री का 18.4% बन गई। यह आंकड़ा कंपनी के निर्यात प्रदर्शन को दिखाता है। इसके अलावा, मारुति ने आने वाले महीनों में अपने नए इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मॉडल, ई-विटारा का उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा है। इस कदम से कंपनी को वैश्विक बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बनने का अवसर मिल सकता है। कंपनी के Q3 के राजस्व, EBITDA और EBIT में क्रमशः 16%, 14% और 16% की साल-दर-साल वृद्धि देखी गई है, जो एक सकारात्मक संकेत है।
कमजोर मांग वृद्धि और भविष्य में चुनौतियां

हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि पैसेंजर व्हीकल (PV) पंजीकरण की वृद्धि धीमी हो गई है। कंपनी को Q4 में इसी तरह की 4% खुदरा वृद्धि की उम्मीद है, जो दर्शाता है कि मांग में अपेक्षाकृत हल्की वृद्धि हो सकती है। जेफरीज ने कंपनी के FY25-27 प्रति शेयर आय पूर्वानुमान को 2% तक घटा दिया है और ‘होल्ड’ रेटिंग बनाए रखी है। इसके अलावा, क्यू3 में एसयूवी की बढ़ती मांग के कारण मारुति की पीवी बाजार हिस्सेदारी 12 साल के निचले स्तर पर आ गई है। हालांकि निर्यात अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन घरेलू मांग में सुधार की जरूरत है।
मारुति पर विश्लेषकों की रेटिंग और शेयर प्रदर्शन

मारुति पर कवरेज करने वाले 48 विश्लेषकों में से 36 ने इसे ‘खरीदें’ रेटिंग दी है, जबकि नौ ने इसे ‘होल्ड’ रेटिंग दी है और तीन ने इसे ‘बेचें’ रेटिंग दी है। इसके अलावा, कंपनी के शेयर 1.41% गिरकर ₹11,953 पर बंद हुए। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 11% की तेजी आई थी, जो कि एक सकारात्मक संकेत है। इसके मुकाबले, इसी अवधि में एमएंडएम और हुंडई जैसी प्रतिस्पर्धियों के शेयरों में 8% तक की गिरावट देखी गई है।
मारुति सुजुकी के तिमाही परिणामों में सकारात्मक संकेत थे, लेकिन कमजोर मांग वृद्धि और बाजार में प्रतिस्पर्धा की चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। कंपनी का निर्यात प्रदर्शन अच्छा है, और इलेक्ट्रिक व्हीकल मॉडल की शुरुआत से आगामी वर्षों में और वृद्धि हो सकती है। हालांकि, निकट भविष्य में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, जिससे निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
Read More: Poonam Pandey ने Mahakumbh में लगाई डुबकी, बोट में बैठकर की सैर…शेयर की तस्वीरें…