Jammu Kashmir Encounter: जम्मू कश्मीर में अनंतनाग जिले के आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में डीएसपी हुमायूं भट्ट शहीद हो गए हैं। लेकिन उनकी कही हई बात को सुनकर सभी का दिल बैठ जा रहा हैं। आपको बता दे कि मुठभेड़ में शहीद हुए डीएसपी हुमायूं भट्ट ने घायल होने के बाद अपनी पत्नी को विडियो कॉल कर के कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर मायूसी छा जाती हैं। बता दे कि जब उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। उससे पहले उन्होंने अपनी पत्नी को विडियो कॉल कर के बेटे का ध्यान रखने को कहा। साथ ही उन्होंने अपने न बचने की बात कही।
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एकनाउंटर के दौरान उन्हें लगी गोली
जम्मू कश्मीर में अनंतनाग जिले के आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में डीएसपी हुमायूं भट्ट शहीद हो गए। एकनाउंटर के दौरान उन्हें गोली लग गई थी। गोली लगते ही डीएसपी हुमायूं ने अपनी पत्नी फातिमा को वीडियो कॉल किया था। अपनी पत्नी को वीडियो कॉल के दौरान उन्होंने कहा था कि ‘शायद न बचूं, बेटे का ख्याल रखना।’ ये चंद लाइन ही डीएसपी हुमायूं भट्ट के आखिरी शब्द थे।
पत्नी को वीडियो कॉल कर बयां किए हालात
आपको बता दे कि जब वे अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में बुधवार सुबह आतंकियों की गोली से घायल हुए। तभी उसी वक्त उन्होंने पत्नी फातिमा को वीडियो कॉल कर अपने हालात बयां करते हुए उन्होंने कहा था, “मुझे गोली लगी हैं, नहीं लगता कि मैं बच पाऊंगा। हमारे बेटे का ख्याल रखना।”
बेटे को देखने के बाद हुमायूं ने तोड़ा दम
आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान डीएसपी हुमायूं के पेट में गोली लगी थी। उनकी सास सैय्यद नुसरत ने बताया कि हुमांयू जहां घायल पड़े थे। वो लोकेशन ट्रेस करने में हेलिकॉप्टर को देर लग गई। उन्हें घटनास्थल से जैसे-तैसे लाकर सीधे श्रीनगर के सेना अस्पताल लाया गया। जहॉ पर फातिमा और 29 दिन के बेटे को देखने के बाद हुमायूं ने दम तोड़ दिया। बता दे कि 27 सितंबर को हुमायूं-फातिमा की शादी का एक साल पूरा होने वाला था। अभी फातिमा तो सदमे में हैं। उनके पिता गुलाम हसन भट्ट जम्मू-कश्मीर पुलिस में आई रहे हैं।
पुलिस अधिकारी का साहस इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा
जब किसी के शहादत की बात होती हैं तो सुनकर ही रौंगटे खड़े हो जाते हैं। शहीद अधिकारी बेटे के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित करते समय बहादुर पुलिस अधिकारी का साहस व धैर्य भारतीय पुलिस के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। कमजोर शरीर वाले सेवानिवृत्त आईजीपी गुलाम हसन भट्ट श्रीनगर में जिला पुलिस लाइन में अपने बेटे डीएसपी हुमायूं भट्ट के शव के पास चुपचाप खड़े रहे. एडीजीपी जावेद मुजतबा गिलानी के साथ गुलाम हसन भट्ट ने तिरंगे में लिपटे अपने शहीद बेटे के ताबूत पर पुष्पांजलि अर्पित की।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव अरुण मेहता, डीजीपी दिलबाग सिंह और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारी शहीद अधिकारी को अंतिम सम्मान देने के लिए उनके पिता के पीछे खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे।