Manipur Violence: मणिपुर (Manipur) में स्थिति संभलने के बजाय बढ़ती ही जा रही है. सुरक्षाबलों ने हाल ही में जिरीबाम (Jiribam) जिले में 10 उग्रवादियों को मार गिराया था. इस ऑपरेशन के बाद, सशस्त्र उग्रवादियों ने राहत शिविर से 6 लोगों का अपहरण कर लिया, जिसमें महिलाएं और बच्चे शामिल थे. दो दिन बाद, एक महिला और दो बच्चों के शव बरामद हुए, जिससे राज्य में तनाव और हिंसा की नई लहर शुरू हो गई.
प्रदर्शनकारियों का सीएम आवास पर हमला
बताते चले कि, इस घटना से गुस्साई भीड़ ने बीते दिन इंफाल घाटी में कई वाहनों में आग लगा दी. यहां तक की प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह के आवास में घुसने की कोशिश की. सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी झड़प भी हुई. इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने राज्य के दो मंत्रियों और तीन विधायकों के घरों पर हमला कर दिया. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन और उपभोक्ता मामलों और सार्वजनिक वितरण मंत्री एल. सुसींद्रो सिंह के घरों को भीड़ ने निशाना बनाया.
AFSPA फिर से लागू, सरकार की समीक्षा की मांग
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, मणिपुर (Manipur) सरकार ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर राज्य के कुछ हिस्सों में ‘अशांत क्षेत्र’ के फैसले की समीक्षा और सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (AFSPA) को फिर से लागू करने पर पुनर्विचार की मांग की है. गुरुवार को केंद्र सरकार ने हिंसा-प्रभावित जिरीबाम सहित छह पुलिस थानों के क्षेत्रों में AFSPA को फिर से लागू कर दिया. गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, मणिपुर की “अस्थिर” स्थिति और उग्रवादी समूहों की हिंसक गतिविधियों को देखते हुए यह कदम उठाया गया.
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इंटरनेट सेवाओं पर लगा प्रतिबंध
राज्य में बढ़ते तनाव और हिंसा को देखते हुए, मणिपुर (Manipur) सरकार ने इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर और अन्य प्रभावित जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया. यह प्रतिबंध 16 नवंबर 2024 से लागू हुआ और दो दिन तक जारी रहेगा. सरकार का कहना है कि यह कदम अफवाहों और भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए उठाया गया है, जो हिंसा को और बढ़ा सकती हैं.
मणिपुर में हालात चिंताजनक
मणिपुर (Manipur) में उग्रवादियों द्वारा नागरिकों के अपहरण और उनकी हत्या ने राज्य में पहले से तनावपूर्ण स्थिति को और बिगाड़ दिया है. मुख्यमंत्री निवास पर हमले और इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध से स्पष्ट है कि मणिपुर में शांति बहाल करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. राज्य में स्थिति सामान्य करने के लिए सुरक्षा बल और प्रशासन पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उग्रवादियों की सक्रियता और जनाक्रोश के चलते स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है.
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