West Bengal: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामला इन खूब सुर्खियों में है. यहां की महिलाओं ने TMC नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है. इसके खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन भी हो रहा था. जिसको लेकर प्रशासन की नींद अब जाकर खुली है. इस मामले में अब गरीबों को न्याया मिलना शुरु हो गया है. संदेशखाली में जबरन कब्जा की गई जमीन पर अब सरकार एक्शन ले रहा है.
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सरकार ने लिया एक्शन..
बताते चले कि कई दिनों से संदेशखाली मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था,जिसको लेकर सरकार ने अब एक्शन लेना शुरु कर दिया है. संदेशखाली में जबरन कब्जा की गई जमीन अब असल मालिक को दी जा रही है. अब तक कुल 61 लोगों को जमीन लौटा दी गई है. बीते कुछ दिनों से संदेशखाली में टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. जिनपर गरीबों की जमीन हड़पने के आरोप है. इसके साथ ही महिलाओं के साथ यौन उतपीड़न के भी आरोप है.
प्रशासन जांच में जुटा
लगातार विरोध प्रदर्शन के चलते सरकार भी एक्शन मोड में आई. सरकारी कैंप में जमीन पर कब्जा किए जाने की शिकायत मिलने के बाद से प्रशासन जांच में जुटा है. इसी जांच के क्रम में 61 लोगों को जमीन का मालिकाना हक लौटाया गया है. ये जमीनें 22 से 24 फरवरी के बीच वापस की गई हैं.
महिलाओं का TMC नेताओं पर आरोप
दरअसल, बंगाल के संदेशखाली मामले में आरोप है कि यहां कि महिलाओं के खिलाफ जितने भी अपराध हुए है, उन सभी अपराधों को TMC नेताओं ने ही अंजाम दिया है.जिसका सरगना शाहजहां शेख है. शाहजहां शेख के पीछे ईडी लगी हुई है. बता दे कि ये वहीं शाहजहां शेख है, जिसने रेड के दौरान ईडी की टीम पर जानलेवा हमला करवाया था. इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने उन खबरों को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को नोटिस भेजा है, जिनमें संदेशखालि में जारी हिंसा के कारण ‘मानवाधिकारों के लगातार उल्लंघन’ का आरोप लगाया गया है.
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