Bangladesh Government Crisis: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बांग्लादेश में हुए तख्तापलट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस घटनाक्रम पर भारत सरकार से उचित निर्णय लेने की अपील की है और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से भड़काऊ टिप्पणियों से बचने की सलाह दी है, ताकि बंगाल और देश में शांति बनी रहे.
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ममता बनर्जी का बयान
बताते चले कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपने बयान में कहा, “भारत सरकार इस मुद्दे पर कैसे निपटा जाए, यह तय करेगी। बीजेपी के कुछ नेताओं ने पहले ही इस पर टिप्पणी की है, जो उचित नहीं है.” उन्होंने सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, “मैं बंगाल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं. किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. यह दो देशों के बीच का मामला है और केंद्र सरकार जो भी निर्णय लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे.”
बांग्लादेश के शरणार्थियों पर ममता की टिप्पणी
पिछले महीने कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए, ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बांग्लादेश के शरणार्थियों को आश्रय देने की बात की थी. उन्होंने कहा था, “मैं बांग्लादेश के मामलों पर टिप्पणी नहीं कर सकती क्योंकि यह एक स्वतंत्र देश है. भारत सरकार इस बारे में विचार करेगी, लेकिन अगर बांग्लादेश के असहाय लोग बंगाल का दरवाजा खटखटाते हैं, तो हम उन्हें आश्रय देंगे।” इस बयान ने राजनीति में हलचल मचा दी थी.
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बांग्लादेश में स्थिति की गंभीरता
शेख हसीना के मुल्क छोड़ने के बाद बांग्लादेश में हजारों प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास में घुसकर तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने ढाका में बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. बांग्लादेश सेना प्रमुख ने आश्वासन दिया है कि सभी अन्याय और हत्याओं से निपटा जाएगा और एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी.
बांग्लादेश में हिंसा पर सुवेंदु अधिकारी का बयान
बांग्लादेश में जारी हिंसा ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. आरक्षण के मुद्दे पर लाखों प्रदर्शनकारियों ने हिंसात्मक रवैया अपनाया है, और प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर जा चुकी हैं. इस बीच, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है.सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “कुछ ही दिनों में एक करोड़ हिंदू शरणार्थी पश्चिम बंगाल आने वाले हैं. इसलिए आप तैयार रहें.” उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है। उन्होंने रंगपुर में नगर परिषद के पार्षद हरधन नायक की हत्या, सिराजगंज के थाने में 13 पुलिसकर्मियों की हत्या और नोआखली में हिंदुओं के घर जलाने की घटनाओं का उल्लेख किया. अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल से अपील की कि वे तुरंत भारत सरकार से बात करें और इस स्थिति पर ध्यान दें.
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क्या बोले सुवेंदु अधिकारी ?
सुवेंदु अधिकारी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का भी जिक्र करते हुए कहा, “CAA में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर किसी को धार्मिक उत्पीड़न के कारण पीटा जाता है, तो हमारा देश उनकी मदद करेगा.” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तीन दिनों के भीतर इस स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो बांग्लादेश कट्टरपंथियों के हाथ में चला जाएगा. बांग्लादेश में भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 300 हो गई है. उन्होंने कहा कि आरक्षण सुधार की मांग से शुरू हुआ आंदोलन अब सरकार बदलने के आंदोलन में बदल गया है.
संजय सिंह की प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद संजय सिंह ने बिना बांग्लादेश का नाम लिए एक सोशल मीडिया पोस्ट किया है.संजय सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “जो तानाशाही करेगा उसे देश छोड़कर भागना पड़ेगा.” इस पोस्ट में किसी का नाम स्पष्ट रूप से नहीं लिया गया है.
बांग्लादेश की सेना और अंतरिम सरकार
बांग्लादेश सेना प्रमुख ने कहा, “हम सभी अन्यायों से निपटेंगे और हर हत्या का जवाब देंगे। प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है और अब हम व्यवस्था बहाल करने के लिए एक अंतरिम सरकार बनाएंगे.”
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