Mahakumbh Traffic: प्रयागराज महाकुंभ के आखिरी रविवार को संगम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है। एक लाख से अधिक गाड़ियां शहर में एंट्री कर चुकी हैं, जिसके कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है। संगम के एंट्री प्वाइंट पर शनिवार को जाम के हालात थे और आज भी श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे हुए हैं। इस भारी भीड़ के बीच ट्रैफिक जाम से निपटना प्रशासन के लिए एक बड़ा संघर्ष बन गया है।
प्रशासन ने महाशिवरात्रि के स्नान के लिए पहले ही कसी कमर

बताते चले कि, शनिवार तक संगम क्षेत्र में एक लाख गाड़ियों की एंट्री हो चुकी थी। प्रशासन इस भीड़ को संभालने के लिए पहले ही अलर्ट हो गया है, खासकर महाशिवरात्रि के महा स्नान के लिए। सभी सात एंट्री प्वाइंट्स पर चौकसी बढ़ा दी गई है, लेकिन फिर भी भीड़ के दबाव के चलते प्रशासन की व्यवस्था नाकाफी नजर आ रही है। गाड़ियों के लम्बे जाम ने इस व्यवस्था को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
लम्बे जाम ने बढ़ाई परेशानियां

शनिवार को प्रयागराज के डॉक्टर श्यामा प्रसाद सेतु चौराहे पर 3 से 5 किलोमीटर लंबा जाम देखने को मिला। डायवर्जन के कारण हजारों गाड़ियां फंसी रहीं। मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित रीवा के चाकघाट में भी कई किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। सभी एंट्री प्वाइंट्स पर बाहर से आने वाली गाड़ियों को रोका जा रहा है और पार्किंग शहर से बाहर बनाई जा रही है। श्रद्धालुओं को पार्किंग से संगम तक करीब 10-12 किलोमीटर पैदल चलने की स्थिति बन गई है।
60 करोड़ से अधिक लोग पहुंचे

महाशिवरात्रि के महा स्नान से पहले महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ के 41 दिनों में शनिवार तक 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी आस्था की डुबकी लगाई। महाकुंभ में हो रही ऐतिहासिक भागीदारी ने इसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बना दिया है।
60 करोड़ का आंकड़ा पार, महाकुंभ में भागीदारी ऐतिहासिक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अनुमान जताया था कि महाकुंभ में 45 करोड़ लोग संगम स्नान करेंगे, लेकिन अब तक यह आंकड़ा 60 करोड़ को पार कर चुका है। यह किसी भी धार्मिक आयोजन में सबसे बड़ी भागीदारी मानी जा रही है। महाकुंभ के 41 दिनों में 23 दिन ऐसे रहे, जब एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इन 41 दिनों में सात दिन ऐसे रहे जब 2 करोड़ से अधिक लोग संगम में डुबकी लगाने पहुंचे।
73 देशों के राजनयिकों ने भी सहभागिता की

महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिकों ने भी सहभागिता की और भूटान के नरेश नामग्याल वांगचुक समेत कई देशों के प्रतिनिधि त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इसके अलावा, नेपाल से 50 लाख से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल हो चुके हैं। अनुमान के मुताबिक, दुनिया भर के करीब 50 प्रतिशत सनातनी इस आयोजन में हिस्सा ले चुके हैं।
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