Mahakumbh Stampede: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Mahakumbh) में आज एक भयंकर हादसा हुआ, जब मौनी अमावस्या के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए संगम नोज पहुंचे। अचानक भगदड़ मचने से 10 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर संगम नोज क्या है, जहां पर इतनी भारी भीड़ जमा हो रही है, और इसका धार्मिक महत्व क्या है।
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संगम नोज का धार्मिक और भौगोलिक महत्व
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बतताते चले कि, संगम नोज का नाम इसके आकार के कारण पड़ा है। यह स्थान प्रयागराज के प्रमुख संगम स्थल पर स्थित है, जिसे यमुना और मिथकीय नदी सरस्वती के संगम स्थल के रूप में माना जाता है। यहां गंगा, यमुना और सरस्वती की संगमधारा को पवित्र माना जाता है। इस स्थान पर स्नान करना भक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। साधु-संत भी इस स्थान को अपने स्नान के लिए प्राथमिकता देते हैं, और श्रद्धालु यहां स्नान करने को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं।
संगम नोज क्षेत्र का विस्तार
महाकुंभ (Mahakumbh) में संगम नोज क्षेत्र को हर बार बढ़ाया जाता है, और 2019 के मुकाबले इस बार भीड़ को देखते हुए इसे और अधिक विस्तृत किया गया था। इस बार प्रशासन ने 50 हजार की बजाय हर घंटे 2 लाख श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था की थी। बावजूद इसके, संगम नोज पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण भगदड़ मच गई। हालांकि, प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए कई रास्तों को खोला और भीड़ को डायवर्ट किया, जिससे हालात सामान्य हो गए।
भगदड़ के बाद प्रशासन और सीएम की अपील
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भगदड़ के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई साधु-संतों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज जाने से बचें और उसी घाट पर स्नान करें, जहां वे पहले से हैं। महाकुंभ क्षेत्र में स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं, लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ संगम नोज पर ही देखने को मिलती है। प्रशासन की कोशिश है कि श्रद्धालु अन्य घाटों पर भी स्नान करें और भीड़ कम हो।
स्नान के लिए घाटों का चुनाव सही करें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि जो लोग गंगा के किनारे स्थित किसी घाट के पास हैं, वे वहीं पर स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
सुरक्षा और व्यवस्था पर प्रशासन की पैनी नजर
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महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था पर पूरी तरह से ध्यान दिया गया है, और प्रशासन ने हर संभव उपाय किए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। संगम नोज के आसपास सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं के स्नान की प्रक्रिया सुचारू रूप से चले।