दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में एक बड़ा उलटफेर हुआ है, जहां बीजेपी नेता प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर जीत हासिल हुई है। प्रवेश वर्मा ने इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया, जो दिल्ली की राजनीति में एक अहम मोड़ था। यह जीत न केवल उनके राजनीतिक करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि उन्होंने अपनी पार्टी की मजबूती को भी सिद्ध किया है।
शपथ ग्रहण समारोह

आज दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित एक शपथ ग्रहण समारोह में रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। उनके साथ प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंदर इंद्रराज सिंह, कपिल मिश्रा और डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। यह समारोह दिल्ली की राजनीतिक दिशा को एक नया मोड़ दे रहा है। हालांकि, प्रवेश वर्मा को मुख्यमंत्री पद का मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता से साबित किया कि वह दिल्ली के भविष्य के नेतृत्व के लिए प्रबल दावेदार हैं।
राजनीतिक करियर
प्रवेश साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं, और उनका राजनीतिक करियर भी काफी दिलचस्प है। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (BJP) से की थी और कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को दिल्ली में हुआ था और उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि भी राजनीति में गहरी रुचि रखने वाला रहा है। उनके पिता, साहिब सिंह वर्मा, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री रहे और उनका नाम दिल्ली की राजनीति में काफी सम्मानित था।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन
प्रवेश वर्मा ने अपनी शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की है और इसके बाद उन्होंने राजनीति में अपनी पूरी ताकत झोंकी। वह पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यों में सक्रिय रहे हैं और उनकी छवि एक सशक्त नेता के रूप में स्थापित हुई है। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया और अरविंद केजरीवाल जैसे बड़े नेता को हराया, जो दिल्ली की राजनीति के मजबूत चेहरा माने जाते थे। इस जीत ने उन्हें न केवल एक सांसद के तौर पर पहचान दिलाई, बल्कि दिल्ली की राजनीति में उनके प्रभाव को भी बढ़ाया।

व्यक्तिगत जिंदगी
उनकी व्यक्तिगत जिंदगी की बात करें तो उनका परिवार भी राजनीति से जुड़ा हुआ है। उनकी पत्नी स्वाति वर्मा, और उनके दो बेटियां सुनिधि और तृषा, और एक बेटा शिवेन वर्मा हैं। परिवार के साथ वह अपनी निजी और राजनीतिक जिंदगी को संतुलित रखते हैं। प्रवेश वर्मा की यह जीत दिल्ली में बीजेपी की स्थिति को और मजबूत कर सकती है और भविष्य में दिल्ली की राजनीति में उनका योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है।