Lucknow News: लखनऊ के वीवीआईपी इलाकों में आत्मदाह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने एक नई पहल की है। राजधानी समेत अन्य जिलों से अपनी फरियाद लेकर आने वाले लोगों की आत्मदाह की कोशिश को विफल करने के उद्देश्य से पुलिस को अब अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। आत्मदाही निरोधक पुलिस टीम को हैंडी फायर एक्सटिंग्विशर (Handy Fire Extinguisher) दिए गए हैं, जिसे हर सिपाही होलस्टर की तरह कमर में बांध सकता है। आग की घटना होने पर यह तुरंत आग बुझाने में सक्षम होगा। इसके अतिरिक्त, आत्मदाह के जोखिम वाले इलाकों में फायर फाइटिंग बाइक (fire fighting bike) भी तैनात की गई है, जो तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पाने के लिए पानी का उपयोग करेगी।
Read more: Lucknow: बकायेदारों पर नगर निगम का बड़ा एक्शन, सचिवालय प्रशासन के 6 करोड़ और LDA के 2 करोड़ बकाया
हजरतगंज और गौतम पल्ली में हो रही सबसे अधिक घटनाएं
लखनऊ के हजरतगंज और गौतम पल्ली थानाक्षेत्र में आत्मदाह की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं। हजरतगंज में लोक भवन, विधान सभा, अटल चौक, और गवर्नर हाउस जैसे वीवीआईपी कार्यालय स्थित हैं, जबकि गौतम पल्ली क्षेत्र में मुख्यमंत्री का आवास, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आवास, सपा कार्यालय और अन्य नेताओं और अधिकारियों के आवास हैं। यहां आने वाले फरियादी अक्सर इन वीवीआईपी इलाकों में अपनी मांगों के लिए आत्मदाह का प्रयास करते हैं। इसी के मद्देनजर पुलिस ने इन इलाकों में विशेष हाईटेक उपकरण और टीमें तैनात की हैं।
चार जोन में बांटा गया है सुरक्षा इलाका
इस सुरक्षा क्षेत्र को चार जोन में बांटा गया है, जिसमें सीएम आवास से विधान सभा तक का इलाका आता है। इस पूरे क्षेत्र में डेढ़ सौ से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसमें एक इंस्पेक्टर, 12 दरोगा, 117 सिपाही और 26 महिला सिपाही शामिल हैं। इसके अलावा, दो महिला सिपाही सिविल ड्रेस में भी इन इलाकों में गश्त करती हैं, ताकि आत्मदाह के प्रयासों पर नजर रखी जा सके। इससे पहले, आत्मदाही निरोधक टीम के पास केवल कंबल होते थे, जो आग बुझाने के लिए सीमित होते थे, लेकिन अब हैंडी फायर एक्सटिंग्विशर और फायर फाइटिंग बाइक से उन्हें अधिक सहूलियत मिलेगी।
Read more; Lucknow: लखनऊ में संपत्ति खरीदने का बड़ा मौका, LDA अपनी इस प्राइम लोकेशन्स पर शुरू कर रहा ई-ऑक्शन
समय रहते आत्मदाह की कोशिश को रोकने का प्रयास
हजरतगंज थानाध्यक्ष विक्रम सिंह के अनुसार, आत्मदाह की घटनाओं में त्वरित निर्णय लेने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों को निर्देश है कि किसी भी फरियादी को आत्मदाह जैसे घातक कदम उठाने से पहले ही रोका जाए। इसके लिए पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है ताकि वे जल्दी और प्रभावी ढंग से इन घटनाओं को नियंत्रित कर सकें। अधिकारियों का मानना है कि पुलिस की इस तत्परता और नई व्यवस्थाओं से आत्मदाह की घटनाओं पर रोक लगेगी।
पुलिस की नई रणनीति से आत्मदाह की घटनाओं में आ सकती है कमी
राजधानी में आत्मदाह के प्रयासों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा उठाए गए इन कदमों की सराहना की जा रही है। आत्मदाही निरोधक टीम को हाईटेक उपकरण देने और घटनास्थल पर तुरंत पहुंचने के लिए फायर फाइटिंग बाइक की तैनाती से आत्मदाह की घटनाओं पर निश्चित रूप से नियंत्रण पाया जा सकेगा। पुलिस की मंशा है कि राजधानी में आत्मदाह जैसी दुखद घटनाओं को रोका जाए, ताकि जनता अपनी समस्याओं को शांतिपूर्ण ढंग से प्रशासन तक पहुंचा सके। लखनऊ में पिछले कुछ समय से आत्मदाह की कोशिशें बढ़ती जा रही थीं, जिन पर नियंत्रण पाने के लिए लखनऊ पुलिस का यह कदम सराहनीय है। इस नई व्यवस्था के बाद उम्मीद की जा रही है कि वीवीआईपी इलाकों में आत्मदाह की घटनाओं में कमी आएगी।