Om Birla News: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने ध्वनिमत से चुनाव जीता था। उन्होंने इस चुनाव को एक मजबूत और गतिशील लोकतंत्र का प्रतीक बताया। जेल में बंद कट्टरपंथी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और कश्मीरी नेता शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद (Rashid) ने लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद पद हासिल किया है। दोनों नेता पुलिस हिरासत में संसद पहुंचे और सांसद पद की शपथ ली।
अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खडूर साहिब से और इंजीनियर राशिद ने जम्मू-कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता है। ओम बिरला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जनता ने इन्हें लोगों ने चुना है और लोकसभा के प्रक्रिया नियमों और अदालतों के आदेश के अनुसार उन्हें शपथ दिलाई गई है।
संसद और सड़कों की बहस में अंतर जरूरी
24 जून से 3 जुलाई तक 18वीं लोकसभा का पहला सत्र चला, जो बेहद हंगामेदार रहा था। विपक्ष के व्यवधान पर प्रतिक्रिया देते हुए बिरला ने कहा कि संसद और सड़कों पर होने वाली बहसों में अंतर होना चाहिए। संसद में विपक्ष ने नीट-यूजी पेपर लीक विवाद और मणिपुर समेत कई मुद्दों पर भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर हमला बोला था, जिसके चलते राज्यसभा और लोकसभा में कई बार कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा था।
ओम बिरला (Om Birla) ने कहा कि सहमति और असहमति लोकतंत्र का हिस्सा हैं। विचारों की विविधता से मंथन होता है, जो सरकार को रचनात्मक तरीके से मदद करता है। जितने अधिक विचार होंगे, उतना ही बेहतर होगा। सरकार को भी सभी के विचारों के बारे में पता चलता है और इससे नीतियों में सुधार की गुंजाइश बढ़ती है।
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सांसदों को अपने विचार रखने का अवसर
अध्यक्ष के रूप में ओम बिरला का प्रयास रहा है कि सांसदों को अपने विचार रखने का अधिकतम अवसर मिले। उन्होंने कहा कि सदन में आधी रात तक बैठक भी हुई ताकि सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हो सके। उन्होंने कहा कि एक मजबूत विपक्ष लोगों के विचारों को व्यवस्थित तरीके से व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का विपक्ष का नेता होने और विपक्षी सांसदों की संख्या अधिक होने से जुड़े सवाल पर बिरला ने कहा कि ये चुनौतियां नहीं बल्कि अवसर हैं। लोग एक मजबूत विपक्ष से उम्मीद करते हैं कि वह अपने विचारों को उचित तरीके से व्यक्त करे और राष्ट्रीय हितों के मामलों पर पूरा सदन एकमत हो। उन्होंने कहा कि एक मजबूत विपक्ष न केवल लोकतंत्र को मजबूत बनाता है बल्कि सरकार को भी जनहित में बेहतर नीतियों को लागू करने में मदद करता है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने जोर देकर कहा कि संसद में विचार-विमर्श और बहसें लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि सदन में सभी सांसदों को अपने विचार रखने का पूरा अवसर मिलना चाहिए और एक मजबूत विपक्ष की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। बिरला ने कहा कि सरकार और विपक्ष को मिलकर काम करना चाहिए ताकि देश के विकास और जनहित में बेहतर नीतियां बनाई जा सकें।
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