लोकसभा चुनाव 2024: आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी की नजरें बनी हुई हैं कि कौन कितना दांव मारेगा यह तो अभी तय नहीं किया जा सकता मगर चुनाव को लेकर जोरशोर की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दे कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अभी से सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी हैं और अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। वहीं अगर देखा जाए तो लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की राजनीति की सबसे बड़ी अहमियत होती है, क्योंकि यूपी में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक यानि की 80 सीटें हैं।
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जानें हरीश द्विवेदी का जीवन
बस्ती सीट के सांसद हरीश द्विवेदी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं, जो बस्ती निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय आम चुनाव, 2014 जीत चुके हैं। वह उत्तर प्रदेश यूनिट के भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में BJYM द्वारा निकाली गई तिरंगा यात्रा में सक्रिय रूप से भाग लिया और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ पठानकोट में हिरासत में रहे।
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हरीश द्विवेदी की जीवन और शिक्षा
हरीश द्विवेदी का जन्म 22 अक्टूबर 1973 को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के तेलियाजोत गांव में उनके पिता साधु शरण दुबे और माता यशोदा देवी के घर हुआ था।हरीश द्विवेदी की 2006 में विनीता द्विवेदी से शादी हुई थी, इनका एक बेटा है जिसका नाम कुशाग्र द्विवेदी एवं एक बेटी है जिसका नाम अवंतिका द्विवेदी है। इनके दो भाई सुभाष दुबे और बागीश दुबे हैं। वह ब्राह्मण परिवार से हैं। वहीं अगर बात करें शिक्षा की तो हरीश द्विवेदी ने किसान इंटर कॉलेज, बस्ती से पढ़ाई किये है, और विश्वविद्यालय – हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय खलीलाबाद, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए (1998) में डिग्री हासिल की हैं। हरीश द्विवेदी को बैडमिडन खेलने का शौक है, वह अक्सर अपने बच्चों के साथ बैडमिडन खेलते हुए फोटो शोयर करते हैं।
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हरीश द्विवेदी का राजनीतिक करियर
हरीश द्विवेदी के पिता श्री साधुशरण दुबे जनता इंटर कालेज में शिक्षक रहे है। हरीश द्विवेदी 1991 से 1994 तक वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला प्रमुख रहे है। वह 1996 तक प्रदेश सहमंत्री रहे है। बाद में वह अभाविप के विभाग संगठन मंत्री बने। 1999 से 2003 तक प्रयाग में संभाग संगठन मंत्री रहे है। 2004 से 2007 तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशरीनाथ त्रिपाठी के राजनीतिक सलाहकार रहे है। इस दौरान वह 2005 से 2007 तक भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री भी रहे।
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2007 से 2010 तक भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। वह 2010 से 2013 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा उत्तर प्रदेश इकाई के भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभाला। उन्होंने भाजयुमो द्वारा सक्रिय रूप से तिरंगे यात्रा में भाग लिया था अनुराग ठाकुर और उन्हें अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ पठानकोट में हिरासत में लिया गया था। 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें बस्ती सदर विधान सभा क्षेत्र से टिकट मिला। 2013 से अब तक वह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं। 15 मार्च की देर रात लोकसभा प्रत्याशी के रूप में उनके नाम की घोषणा की गई। हरीश द्विवेदी 43 वर्ष में सांसद का चुनाव लड़े थे।
हरीश द्विवेदी भारतीय राजनेता और उत्तरप्रदेश के बस्ती से 16वीं और 17वीं लोकसभा के सदस्य और भाजपा सांसद हैं। साल 2012 में इन्होंने सदर विधानसभा से चुनाव लड़ा लेकिन इन्हें हार का सामना करना पड़ा। फिर साल 2014 में इन्होंने भाजपा की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ा और यह संसद सदस्य बनें। 1 सितम्बर 2014 से 25 मई 2019 तक यह ऊर्जा पर स्थायी समिति के सदस्य और सलाहकार समिति, कोयला मंत्रालय के सदस्य रहे। 19 अक्टूबर 2016 से 31 अगस्त 2018 तक यह सुचना प्रौद्योगिकी पर स्थायी सदस्य रहे।
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1 सितम्बर 2018 से 25 मई 2019 तक यह वित्त संबंधी स्थायी समिति के सदस्य रहे। 2019 में इन्हें फिर से भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए बस्ती से अपना प्रत्याशी बनाया। इनकी जीत हुई और यह लोकसभा सदस्य बनें। इस साल इन्हें भाजपा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। 13 सिंतम्बर 2019 को इन्हें ऊर्जा संबंधी स्थायी समिति का सदस्य नियुक्त किया।
9 अक्टूबर 2019 से 23 फरवरी 2021 तक यह याचिका समिति का सदस्य रहे। 9 अक्टूबर 2019 को इन्हें सलाहकार समिति, सड़क परिवहन राजमार्ग का सदस्य बनाया गया। 1 मई 2021 को यह प्रस्ताव समिति के सदस्य नियुक्त हुए। 29 सितम्बर 2021 को इन्हें याचिका समिति का अध्यक्ष बनाया गया। 29 सितम्बर 2021 को यह सामान्य व्यक्ति समिति के सदस्य बनें। वहीं 2021 में इन्हें बिहार बीजेपी सह-कार्यभार नियुक्त किया गया। वहीं वर्तमान में यह 17 वीं लोकसभा के भाजपा सांसद हैं। इन्होंने 23 मई 2019 को पदभार ग्रहण किया था।
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रखे गए पद
(2014-2019)- सदस्य, 16वीं लोकसभा ।
(2014-वर्तमान)- सदस्य, ऊर्जा संबंधी स्थायी समिति ।
(2014-2019)- सदस्य, सलाहकार समिति, कोयला मंत्रालय ।
(2016-2018)- सदस्य, सूचना प्रौद्योगिकी पर स्थायी समिति।
(2018-2019)- सदस्य, वित्त संबंधी स्थायी समिति ।
(2019-वर्तमान)- सदस्य, 17वीं लोकसभा (दूसरा कार्यकाल)।
अध्यक्ष, याचिका समिति (लोकसभा)।
सदस्य, सलाहकार समिति, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय
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सांसद हरीश द्विवेदी की प्रमुख उपलब्धियां
- सांसद निधि से अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह ऑडिटोरियम 500 सीटर 10 करोड़ की लागत का।
- शहर के चारों तरफ रिंग रोड की स्वीकृति
- दीनदयाल उपाध्याय वाचनालय एवं पुस्तकालय
- कटेश्वर पार्क का सुंदरीकरण 5. सांसद निधि से पचपेडिया मार्ग का निर्माण
- कैली रोड का चौड़ीकरण तथा नवनिर्माण
- शहर के विभिन्न स्थानों पर ओपन जिम8. महापुरुषों के मूर्ति का सुंदरीकरण 9. शास्त्री चौक रेलवे स्टेशन पर ऊंचा तिरंगा झंडा
- आवास विकास में आधुनिक पार्क का निर्माण
- प्रमुख स्थानों पर हाई मास्ट लाइट
- केंद्रीय विद्यालय का 2 पालियों में संचलन
- महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज का निर्माण
- टाउन क्लब में आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुस्तकालय का संचालन
- रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण
- गैस पाइपलाइन
- मनवर संगम एक्सप्रेस का तोहफा
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हरीश द्विवेदी मारपीट और धमकी के आरोप:
हरीश द्विवेदी 2022 में, हरीश द्विवेदी और उनके दो भाइयों सुभाष दुबे और बागीश दुबे पर 2019 के एक मामले के संबंध में आईपीसी की धारा 323, 324, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था। कथित तौर पर 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान द्विवेदी के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद एमपी-एमएलए कोर्ट ने द्विवेदी और उनके भाइयों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 82 के तहत कुर्की वारंट जारी किए। हालाँकि अदालत ने 22 जुलाई। 10 अगस्त और 22 सितंबर 2022 को वारंट जारी कर उन्हें अदालत में उपस्थित होने के लिए कहा था, लेकिन वे तीनों तारीखों पर उपस्थित नहीं हुए।
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कक्षा 2 के छात्र की कुचलकर हत्या : 2022 में सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में हरीश
हरीश द्विवेदी की एसयूवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। कथित तौर पर, बस्ती जिले के हरदिया पेट्रोल पंप के पास द्विवेदी की एसयूवी की चपेट में आने से कक्षा 2 में पढ़ने वाले अभिषेक राजभर नाम के एक लड़के की मौत हो गई। एफआईआर पीड़िता के पिता शत्रुघ्न राजभर की शिकायत पर आधारित थी। मामला भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304-ए (लापरवाही से मौत का कारण) और 279 (सार्वजनिक रास्ते पर लापरवाही से गाड़ी चलाना) के तहत दर्ज किया गया था। हालांकि बस्ती के पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया कि जांच चल रही है, शत्रुघ्न राजभर ने दावा किया कि पुलिस सांसद और उनकी एसयूवी की स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली सीसीटीवी फुटेज के बावजूद द्विवेदी या ड्राइवर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।