लोकसभा चुनाव: आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी की नजरें बनी हुई हैं कि कौन कितना दांव मारेगा यह तो अभी तय नहीं किया जा सकता मगर चुनाव को लेकर जोरशोर की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दे कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अभी से सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी हैं और अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। वहीं अगर देखा जाए तो लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की राजनीति की सबसे बड़ी अहमियत होती है, क्योंकि यूपी में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक यानि की 80 सीटें हैं।
बृजभूषण शरण सिंह जीवन परिचय
बृजभूषण शरण सिंह के जीवन परिचय की अगर बात करें तो शरण सिंह का जन्म 8 जनवरी 1957 को गोडा ज़िले के एक बिसनोहरपुर गांव, उत्तरप्रदेश राज्य में हुआ था। इनके पिता का नाम जगदम्बा शरण सिंह व माता का नाम प्यारी देवी सिंह है। बृजभूषण शरण एक भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष है। वहीं अगर बात करें उनके परिवार की तो बृज भूषण शरण सिंह की शादी 11 जून 1981 में केतकी देवी सिंह से हुई थी। इनकी पत्नी केतकी देवी भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सांसद और जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। शरण सिंह के तीन पुत्र और एक पुत्री है हालांकि उनके बड़े बेटे की मौत हो चुकी है।
दरअसल बृजभूषण शरण सिंह का बड़े बेटे शक्ति शरण सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। वहीं उनके दूसरे बेटे जिसका नाम प्रतीक भूषण सिंह है जो कि गोंडा की सदर सीट से लगातार 2 बार के विधायक हैं, और इनके छोटे बेटे का नाम करण भूषण सिंह है। जो कि राजनीति में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
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जानें बृजभूषण की शिक्षा
हम अगर बात कर बृजभूषण शरण सिंह की शिक्षा के बारे में तो शरण सिंह ने अपना Education साकेत पीजी कॉलेज, अयोध्या से किया है। वहीं उनकी कक्षा 8 तक की शिक्षा श्री गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज, नवाबगंज, गोंडा, उत्तर प्रदेश से हुई थी। इसके बाद में Brij Bhushan ने के.एस. साकेत पीजी कॉलेज, अयोध्या से मास्टर ऑफ Arts की डिग्री प्राप्त किये। इसके बाद उन्होंने अवध विश्वविद्यालय (Awadh University), उत्तरप्रदेश से LL.B की भी पढ़ाई की हैं।
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आइये जानते है बृजभूषण शरण सिंह को…
बृजभूषण शरण सिंह के राजनीतिक सफर की शुरूआत करने से पहले जानेगें कि आखिर कौन है बृजभूषण शरण सिंह…. आपको बताते चले कि शरण सिंह भारतीय जनता पार्टी से सोलहवीं लोक सभा के लिए कैसरगंज से वर्तमान में सांसद हैं। वे अब तक छः बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। वर्तमान में वे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। उनका राजनीतिक करियर में कई विवादों है, क्योंकि वह उन प्रमुख नामों में से एक थे जिन्हें बाबरी मस्जिद के विध्वंस मामले में गिरफ्तार किया गया था और दाऊद इब्राहिम गिरोह के निशानेबाजों को शरण देने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून टाडा के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।
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हालांकि, बाद में सबूतों के अभाव में शरण सिंह को बरी कर दिया गया था। बृजभूषण शरण सिंह रेसलिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष भी हैं। बृजभूषण सिंह की गिनती दबंग नेताओं में होती है। छात्र जीवन से ही वह राजनीतिक तौर पर बेहद सक्रिय रहे। उनका युवा जीवन अयोध्या के अखाड़ों में गुजरा, कॉलेज के दौर में ही वे छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए और इसके बाद उनका राजनीतिक सफर शुरू हो गया।
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बृजभूषण शरण सिंह का राजनीतिक सफर
गोंडा के रहने वाले भाजपा के बृजभूषण शरण सिंह यूपी के कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा सांसद हैं। बतादें कि वर्तमान में बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए सेवारत हैं। 2009 में बसपा के सुरेन्द्र नाथ अवस्थी को 72,199 मतों के अंतर से हराकर वे कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से आम चुनावों में चुने गए। 2014 में उन्हें उसी निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुना गया। उन्होंने पहली बार 1991 में चुनाव लड़ा, जहां उन्होंने गोंडा निर्वाचन क्षेत्र से अपना पहला चुनाव जीता।
हालांकि, वे उसी निर्वाचन क्षेत्र में सपा के कीर्ति वर्धन सिंह से 12 वीं लोकसभा चुनाव हार गए। हार से प्रभावित होकर वे 1999 का चुनाव लड़े और अपने पूर्व प्रतिद्वंद्वी कीर्ति वर्धन सिंह को हराकर जीत हासिल की। उस जीत के बाद, उन्होंने 2004, 2009 और 2014 में लगातार तीन चुनाव में जीत हासिल की।
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साल 1991 में पहली बार सांसद बने बृजभूषण शरण सिंह, 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में भी लोकसभा पहुंचे। बृजभूषण शरण अब तक 6 बार सांसद चुने जा चुके हैं। साल 1996 में जब बृजभूषण सिंह टाडा के तहत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे तब इनकी पत्नी केतकी सिंह ने गोंडा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के आनंद सिंह को शिकस्त दी। बृजभूषण शरण साल 2011 से ही कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं। साल 2019 में उन्हें लगातार तीसरी बार इस पद पर चुना गया था।
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जनता के लिए शरण सिंह ने किए काम
बृजभूषण शरण सिंह एक राजनीतिक कार्यकर्ता और कुश्ती के अध्यक्ष के साथ-साथ एक सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में अपना पूरा योगदान देते आ रहे है। उन्होंने अपने इलाके में विभिन्न समस्याओं का निवारण किया। जैसे –सड़क का निर्माण, पानी की व्यवस्था अन्य सामाजिक समस्याओं को हल किया है। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निर्माण भी करवाया। ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए गांव के लोगो को जोड़ा और उन्हें उनका अधिकार दिलवाने के लिए उन्हें जागरूप भी किया। वे सदैव समाज के हित और कल्याण के बारें में सोचते है। समाज के लोगों की मदद करने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की।
बृजभूषण शरण सिंह पर लगे गंभीर आरोप
बृजभूषण शरण सिंह के पुराने कई अपराध है, बृजभूषण के खिलाफ कुछ सालों में कई अपराधी मामले दर्ज हुए है। ये सभी अपराध मामूली नहीं थे। अभी तक उन पर हत्या के लेकर अंडरवर्ल्ड लिंक, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट अपराध दर्ज हो चुके है। कुछ अपराधो के तहत उन्हें जेल भी जाना पड़ा और कई मामले में उन्हें बरी भी मिल गयी है। वर्तमान समय भी हमारे देश के पहलवानों ने उनके खिलाफ बेहद गंभीर आरोप लगाए है।
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पहलवानों ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न, तानाशाही और अपनी मनमानी करने का आरोप लगाया है। खेल के दौरान उन्हें मानसिक प्रताड़ित किया जाता है। कुछ समय पहले भी पहलवानो ने दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना दिया था। जनवरी में खेल मंत्रालय के उन्हें विश्वास मिलने के बाद उन्होंने धरना ख़त्म करने का ऐलान किया। बाद में कोई नतीजा न मिलने पर फिर पहलवानों में उनके खिलाफ धरना देना शुरू कर दिया। इस धरने में देश के महान पहलवान जैसे –बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक जैसे कई अन्य पहलवान अपने बात को रखने के लिए जंतर-मंतर पर बैठे थे। बृजभूषण शरण के खिलाफ FIR दर्ज भी हुई है। लेकिन अभी तक उन पर कोई कारवाही नहीं हुई है।
बृजभूषण शरण सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है, 66 साल के BJP नेता बृजभूषण शरण पर हत्या के प्रयास, डकैती, सबूतों को गायब करने समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं हालांकि उन्हें इनमें से किसी में भी दोषी नहीं ठहराया गया है। विवादास्पद बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भी नामित किया गया था, वही दिसंबर 2021 में उनका एक वीडियो सोशल माडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमें रांची में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान उन्होंने एक एथलीट को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ जड़ दिया था।
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बृजभूषण शरण सिंह का नेट वर्थ
खबरों से मिली जानकारी की माने तो बृजभूषण शरण सिंह की कुल सम्पति 100 करोड़ से भी अधिक है। अपने गांव क्षेत्र में गोंडा, बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती के 4 जिलों में वह लगभग 54 स्कूलों के मालिक है। उनकी पत्नी के पास 6 करोड़ की सम्पति है। सम्पति के अलावा उनके पास फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो और फोर्ड जैसे कई महंगी गाड़ियाँ भी है।
नवाबगंज में नंदिनी नगर महाविद्यालय भी शरण सिंह का ही है इसके अलावा नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम भी बृजभूषण शरण का है, जहाँ हर साल राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप का प्रोग्राम आयोजित किया जाता है। उनका पूरा परिवार कृषि कार्य, राजनीति और अन्य उद्योग व्यवसाय चलाते है। जिसकी वजह से बृजभूषण शरण सिंह आज करोड़ो के मालिक है।