लोकसभा चुनाव: आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी की नजरें बनी हुई हैं कि कौन कितना दांव मारेगा यह तो अभी तय नहीं किया जा सकता मगर चुनाव को लेकर जोरशोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अभी से सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी हैं और अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। वहीं अगर देखा जाए तो लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी अहमियत होती है, क्योंकि यूपी में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक यानि की 80 सीटें हैं और कहा जाता हैं केंन्द्र की सरकार का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर ही जाता हैं।
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कैसरगंज का इतिहास
यूपी की 80 सीटों में से कैसरगंज उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिले में स्थित एक बस्ती है। यह बहराइच नाम की तहसील में स्थित है और कैसरगंज लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र का भाग है। आपको बतादें कि कैसरगंज की लोकसभा सीट बहराइच जिले की दूसरी लोकसभा सीट है। बहराइच जिले की सीमाएं उत्तर पूर्व में नेपाल के बर्दिया और उत्तर पश्चिम में बांके जिले से मिलती है। बहराइच जिला पश्चिम में सीतापुर और लक्ष्मीपुर, दक्षिण-पश्चिम में हरदोई, दक्षिण-पूर्व में गोंडा और पूर्व में श्रावस्ती जिले से घिरा हुआ है। कैसरगंज अपने प्रसिद्ध खुरमे की वजह से भी जाना जाता है। कैसरगंज बहराइच शहर से 40 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में लखनऊ-बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग 927 हाइवे पर स्थित है।
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जानें कैसरगंज की आबादी/शिक्षा
बताते चले कि कैसरगंज लोकसभा सीट के अंतर्गत यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें पयागपुर, कैसरगंज, कर्नलगंज, तरबगंज और कतरा बाजार शामिल है। वहीं अगर यहां की जनगणना की बात करें तो यहां की आबादी लगभग 34 लाख है जिनमें पुरुषों की आबादी 18,43,884 और महिलाओं की आबादी 16,43,847 है। यहां का लिंगानुपात 892 है जबकि यूपी का लिंगानुपात 912 है।
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पूरी आबादी में 14.6 प्रतिशत हिस्सा अनुसूचित जाति और 0.32 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति है। यहां की साक्षरता दर 38.4 प्रतिशत है। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 1,711,967 है जिनमें महिला मतदाता 783,633 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 928,269 है।
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राजनीतिक घटनाक्रम
वहीं अगर हम कैसरगंज के राजनीतिक को लेकर बात करें तो संसदीय सीट कैसरगंज के गठन के बाद से चुनाव तो 15 बार हुए हैं जिसमें अब तक सबसे अधिक 5 बार सपा का कब्जा रहा है। 3 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की। 2 बार भाजपा के जीत का परचम लहरा, और 3 बार भारतीय जनसंघ प्रत्याशी भी इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुका है।
बतादें कि 1957 में कैसरगंज लोकसभा सीट पर हुए पहले चुनावों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के भगवादीन मिश्रा ने जीत हासिल की। वहीं 1962 के चुनाव में स्वतंत्रता पार्टी ने इस सीट पर कब्जा कर लिया। इसके बाद 1967 और 1971 के आम चुनाव में शकुंतला नायर ने भारतीय जनसंघ ने जीत हासिल की। वहीं इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव में 1977 में जनता पार्टी ने यहां जीत हासिल की लेकिन अगले दो चुनाव 1980 और 1984 में कांग्रेस से राणा वीर सिंह ने इस सीट पर कब्जा जमाया। 1989 में रूद्र सेन चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी ने यहां अपना खाता खोला जिसके बाद अगले चुनाव में भी बीजेपी यह सीट बचाने में कामयाब रही।
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वहीं 1996 में जब यहां चुनाव हुआ तो समाजवादी पार्टी के टिकट पर बेनी प्रसाद वर्मा ने जीत हासिल की जिसके बाद वह कैसरगंज से लगातार चार बार विजयी रहे। यानि की 1996 से लेकर 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर बृजभूषण शरण सिंह ने जीत हासिल की। वहीं जब 2014 में फिर से भाजपा की वापसी हुई और मोदी लहर में सपा छोड़कर भाजपा में आए बृजभूषण शरण सिंह एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की, उन्होंने 2014 और 2019 में चुनाव में विजय पताका फहरा कर बीजेपी का परचम लहराया।
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कैसरगंज लोकसभा सीट के सभी सांसदों की सूची-
- 2019 – बृजभूषण शरण सिंह – बी जे पी
- 2014 – बृजभूषण शरण सिंह – बी जे पी
- 2009 – बृजभूषण शरण सिंह – सपा
- 2004 – बेनी प्रसाद वर्मा – सपा
- 1999 – बेनी प्रसाद वर्मा – सपा
- 1998 – बेनी प्रसाद वर्मा – सपा
- 1996 – बेनी प्रसाद वर्मा – सपा
- 1991 – लक्ष्मी नारायण मणि त्रिपाठी – बी जे पी
- 1989 – रूद्र सेन चौधरी – बी जे पी
- 1984 – राणा वीर सिंह – कांग्रेस
- 1980 – राणा बीर सिंह – कांग्रेस
- 1977 – रूद्र सेन – बीएलडी
- 1971 – शकुंतला नायर – बीजेएस