बिहार के सीतामढ़ी में मध्याह्न भोजन खाने से 60 बच्चे बीमार पड़ गए हैं। इनमें से पांच की हालत गंभीर है। जिसके चलके उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बताया जा कहा है, कि मिड डे मील में कीड़ा, मेंढक और सांप मिलने के बाद अब छिपकली पाया गया है।
Bihar News: बिहार के सीतामढी जिले के एक सरकारी स्कूल के लगभग 60 छात्र मध्याह्न भोजन खाने के बाद बीमार पड़ गए, जिसमें कथित तौर पर मरी हुई छिपकली थी। मंगलवार (12 सितंबर) को एमडीएम खाने से दो दर्जन से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। पांच की हालत को गंभीर देखते हुए रेफर करना पड़ा। यह मामला जिले के डुमरा प्रखंड की भासर मछहा दक्षिणी पंचायत के रिखौल गांव स्थित प्राथमिक स्कूल का है। सिर दर्द और उल्टी की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन ने बाकी के खाने को नष्ट करा दिया। पीड़ित बच्चों को डुमरा पीएचसी भेजा। बताया गया है, कि भोजन में छिपकली मरी हुई थी। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। एमडीएम डीपीओ इसकी जांच कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने विद्यालय परिसर में किया हंगामा…
जिला प्रशासन के अनुसार सभी बच्चे आशंका के शिकार हो गये। बहरहाल, विद्यालय में बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बाद आनन-फानन में रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां सभी बच्चे प्राथमिक जांच व उपचार किया गया। इस घटना के बाद बच्चों के अभिभावकों व ग्रामीणों ने विद्यालय परिसर में काफी हंगामा किया। कुछ ग्रामीणों ने शिक्षकों के साथ हाथापाई भी की है। ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित शिक्षकों व रसोईया पर कार्रवाई करने की मांग की है, वहीं अस्पताल से सभी बच्चों को छुट्टी दे दी गयी है।
5 बच्चों की तबीयत गंभीर…
बीमार बच्चों का डुमरा पीएमचसी में इलाज चल रहा है। पीएचसी के प्रभारी डॉक्टर अक्षय कुमार ने कहा कि बच्चों का उपचार चल रहा है। पांच छात्रों को तबीयत ज्यादी गंभीर होने की वजह से उन्हें सदर अस्तपताल रेफर किया गया है। इन बच्चों में सत्यम कुमार, चंदन कुमार, सोनाली कुमारी, काजल कुमारी और चांदनी शामिल हैं।
थाली में पड़े मेंढ़क का फोटो और वीडियो वायरल…
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में बच्चों को मिलने वाले मध्यान भोजन में मेनू के हिसाब से आज खिचड़ी दिया गया था। खाना परोसने के क्रम में एक बच्चा के थाली में खिचड़ी के साथ एक मृत मेंढक पाया गया। थाली में खिचड़ी के साथ मेंढ़क को देखते ही बच्चे शोरगुल करने लगे। भोजन में मेंढक मिलने की जानकारी पूरे गांव में फैल गई। देखते ही देखते ग्रामीणों की वहां भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने वहां जमकर हंगामा किया। विद्यालय पहुंचे बच्चों के अभिभावकों ने थाली में मृत पड़े मेंढ़क का फोटो और वीडियो लेकर वायरल कर दिया।
शिक्षकों की लापरवाही…
स्थानीय रोहित कुमार यादव ने बताया कि स्कूल के शिक्षकों की लापरवाही के कारण इस तरह की घटना हुई है। बच्चों के खाने को ढक कर नहीं रखा गया था, जिसके कारण एक छिपकली खाने में गिर गया। खाने के बाद बच्चे उल्टी करने लगे। सभी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
चार एंबुलेंस से बच्चों को पहुंचाया गया अस्पताल…
उधर किसी अनहोनी की आशंका को लेकर एचएम उमेश कुमार साह ने ग्रामीणों की मदद से चार एंबुलेंस से सभी बच्चों को इलाज के लिए रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया। इस बीच स्कूल व अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल रहा। एक साथ इतने सारे बच्चों के अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सक भी परेशान हो गये। हालांकि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार की पहल पर सभी छात्र-छात्राओं का इलाज शुरू किया गया। जिन छात्रों ने जो भी शिकायत सुनायी उसी के अनुरूप उनका प्राथमिक उपचार किया गया। चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि किसी भी छात्र-छात्राओं में फूड प्वाइजनिंग की शिकायत नहीं थी। सभी बच्चे स्वस्थ हैं, जिन्हें इलाज के बाद घर वापस भेज दिया गया।
इस मामले में एमडीएम डीपीओ आयुष कुमार ने बताया कि करीब डेढ़ बजे एमडीएम में छिपकली होने की शिकायत मिली थी। इसकी जांच की जा रही है। पीड़ित बच्चों का उपचार हुआ है। ज्यादातर बच्चे स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।