साल 2023 के खत्म होने में अब सिर्फ दो हफ्ते बाकी हैं, और इस समय के दौरान शेयर बाजार में कई IPO प्रवेश करने को तैयार हैं। यदि आप आईपीओ के जरिए निवेश करने के इच्छुक हैं, तो अगले हफ्ते 4 आईपीओ आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकते हैं।ये आईपीओ बड़ी कंपनियों से होंगे और आम तौर पर इनमें निवेशकों को लिस्टिंग के समय अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद होती है।आईपीओ छोटे और मंझले आकार की कंपनियों से होंगे।
एसएमई बोर्ड पर निवेश अक्सर जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है तो मुनाफा भी अधिक हो सकता है।इसके अलावा, अगले हफ्ते 11 आईपीओ की लिस्टिंग भी होने वाली है, जो बाजार में हलचल मचा सकते हैं। लिस्टिंग पर मुनाफा हासिल करना आईपीओ निवेशकों के लिए एक आकर्षक पहलू है, क्योंकि लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत आमतौर पर इश्यू प्राइस से ऊपर जाती है, जिससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
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बाजार में उतार-चढ़ाव
भारतीय शेयर बाजार का भविष्य वैश्विक और घरेलू कारकों के मिश्रण से प्रभावित रहेगा, जैसा कि स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने बताया। वैश्विक रुझान, विशेषकर अमेरिकी बाजारों का प्रदर्शन और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति, भारतीय बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगे। साथ ही, घरेलू आर्थिक संकेतक जैसे मुद्रास्फीति भी बाजार की धारणा को आकार देंगे।विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेश (FII और DII) का प्रवाह भी भारतीय शेयर बाजार के लिए एक प्रमुख चालक रहेगा। इन निवेशों के रुझान से बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है, और ये निवेशकों के आत्मविश्वास को प्रभावित करेंगे।
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अमेरिकी फेडरल रिजर्व की हुई बैठक
सोमवार को थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति (WPI Inflation) पर भी ध्यान रहेगा। इस डेटा से पता चलेगा कि भारत में मुद्रास्फीति की स्थिति कैसी है, और यह जानकारी निवेशकों के निर्णयों को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक में 25 आधार अंकों की दर में कटौती की उम्मीद की जा रही है, और फेड की भविष्यवाणी की गई नीति दिशा पर भी बाजार की नजरें रहेंगी। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने बताया कि फेड की कम्युनिकेशन और भविष्य की दर नीति पर उनकी टिप्पणी अहम होगी।
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ईपीएफओ के ग्राहकों के लिए नया कदम
एक और महत्वपूर्ण विकास है कि ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) अपने ग्राहकों को भविष्य निधि (पीएफ) के पैसे सीधे एटीएम से निकालने की सुविधा देने पर विचार कर रहा है। वर्तमान में, कर्मचारियों को 7-10 दिनों तक इंतजार करना पड़ता है ताकि उनके पीएफ का पैसा उनके बैंक खाते में ट्रांसफर हो सके। लेकिन ईपीएफओ अपने 7 करोड़ से अधिक ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए नए सिस्टम पर काम कर रहा है।
इसके तहत, पीएफ दावों के ऑनलाइन निपटान के बाद, कर्मचारियों को समर्पित कार्ड दिए जाएंगे, जिससे वे अपने पैसे सीधे एटीएम से निकाल सकेंगे।कुल मिलाकर, भारतीय शेयर बाजार के लिए अगले हफ्ते महत्वपूर्ण घटनाएं और आंकड़े सामने आएंगे, जिनका प्रभाव निवेशकों की धारणा और फैसलों पर पड़ सकता है। साथ ही, ईपीएफओ का यह कदम कर्मचारियों के लिए एक स्वागतयोग्य सुविधा हो सकती है।