Health : तकनीकी प्रगति में अब इतना विकाश हो गया है कि अब सारे लोग चाहे बड़े हो या बच्चे सब धीरे-धीरे इसके आदि होते जा रहे हैं। जैसे कि मोबाइल फोन एक ऐसा उपकरण है। जिससे हम कहीं भी रहकर कहीं भी बात कर सकते हैं।वहीं फोन का इस्तेमाल मनोरंजन व खेलने में किया जाता है, लेकिन अब धीरे -धीरे ये हमारे स्वास्थ के लिए हानिकारक होता जा रहा है। बता दे कि आज के समय में बड़े लोग तो प्रयोग कर रहे है लेकिन बच्चे भी इसका इस्तेमाल हद से ज्यादा करने लगे है जिससे उनके दिमाग पर बहुत ही बेकार असर पड़ रहा है साथ ही बच्चे धीरे धीरे अब डिपरेशन में जाने लगे हैं।
बच्चों में समस्या देखने को मिली
वहीं बहुत से केश ऐसे सामने आए है जिसमें देखा गया है कि 30 प्रतिशत तक छोटे बच्चे मोटे पन के शिकार होते जा रहे है और तो उनके शारीरिक विकाश में भी समस्या होने लगती है व साथ ही फोन से उनके आंखो पर भी बहुत प्रभाव पड़ता है। जिससे उन्हें समय से पहले ही दिखना बंद हो जाता है। वहीं बच्चों में ऐसी बहुत सी समस्या देखने को मिल रही है।
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स्मार्ट फोन देता है अनेक रोग
स्मार्ट फोन बच्चो के साथ बड़े लोगो के लिए भी उतना ही हानिकारक है , जितना कि बच्चो के लिए, वहीं आज के समय में सभी लोग इस फोन के इतना आदि हो गये है कि थोड़ा सा भी खाली समय मिलने पर लोग इसे इस्तेमाल तो करते ही है लेकिन अब प्रयोग बहुत ज्यादा करने लगे हैं। वहीं जिस वजह से उनको गंभीर बीमारीया होने लगी है। जैसे मानसिक रोग, कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, डायबिटिज, ह्रदय रोग आदि।
आंखो पर पडता है प्रभाव
आज के समय में बच्चे फोन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा कर रहें। जिसे सीधे इसका असर उनके आंखो पर देखने को मिलता है क्योंकि फोन कि हानिकारक रोशनी सीधे उनके आंखो पर असर डालता है और बाद में चलकर उन्हें देखने में समस्या होने लगती है। वहीं 12 साल से कम उम्र के बच्चों को फोन का इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए क्योकि मानसिक बीमारी होने कि संमभावना बढ जाती है।
नींद में कमी होना
ऐसे बहुत से समस्या सामने आयी है जिनमे से नींद कि समस्या को सबसे ज्यादा हानिकारक माना जा रहा है। क्योकि लगभग 60 प्रतिशत बच्चे रात में सबसे ज्यादा फोन का इस्तेमाल कर रहे है। बता दे कि नौ से दस साल की उम्र के बच्चों की नींद फोन के कारण प्रभावित हो रहे है। जिससे उनकि पढ़ाई पर भी इसका असर होता है।
लत लग जाना
आज के समय में माता पिता अपने ही फोन में इतना व्यस्त रहने लगे है, कि बच्चो पर उनका बिल्कुल भी ध्यान नहीं रहता है। वहीं बच्चे भी अपने माता -पिता को देखर कर मोबाइल का इस्तेमाल करने लगते है। इसके अलावा फोन का इस्तेमाल करने वाले लगभग 10 प्रतिशत बच्चे इसके इतने लती हो गए हैं कि वे अपना खान-पान तक भूल जाते हैं, साथ ही सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक अपने फोन से चिपके रहते हैं । बता दे कि ये उनके स्वास्थ के लिए बहुत हानिकारक साबित होता है।
दिमाग को पहुंचाता है क्षति
फोन का ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों में सीखने की क्षमता में बदलाव, ध्यान न लगना, भोजन ठीक से न करना, आंखें खराब होना, मानसिक बीमारीया इत्यादि बीमारीया होती हैं। वहीं फोन का प्रभाव छोटे बच्चों पर बड़ों की तुलना में 4-5 गुना अधिक तेजी से होता है और यह उनके स्वाभाविक विकास में कई प्रकार की समस्या उत्पन होने लगता है।
मोटा कर देना
बच्चे फोन के इस्तेमाल में इतने व्यस्त हो जाते है कि बाहर के खेल-कूद से एक दम से रिस्ता तोड़ देते है और जब मोटे हो जाते है बच्चें तो उनमें से 30 प्रतिशत को डायबिटीज होने का और बड़े होने पर पैरालीसिस व दिल के दौरा आने का खतरा भी बढ़ जाता है।