प्रयागराज संवाददाता- आशीष भट्ट
Prayagraj: कार्तिक पूर्णिमा का आज आखिरी दिन है। आज के दिन पवित्र नदियों का स्नान करने का विशेष महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही आज के दिन स्नान के साथ दान पुण्य करने काभी विशेष महत्व माना गया है। इसी क्रम में प्रयागराज के संगम तट और बलुवा घाट स्थित यमुना तट पर पहुंच श्रद्धालुओं ने स्नान कर दान-पुण्य किया।
गंगा स्नान आज, घाटों पर उमड़ी भीड़
हिंदू धर्म में पूर्णिमा का खास महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर 2023 यानी आज के दिन मनाई जा रही है। कार्तिक पूर्णिमा पर धर्म और आस्था की नगरी कहीं जाने वाली संगम नगरी प्रयागराज में गंगा, यमुना के पावन संगम में स्नान का काफी महत्व है। मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग लोक से देवता धरती पर आते हैं। नदी तट पर पूजन-अर्चन और दीपदान से मनोवांछित फल मिलता है। पूजन-अर्चन को गंगा-यमुना के संगम में सुबह से ही भीड़ जुटी है। कार्तिक माह में यमुना नदी में स्नान का अलग महत्व है। इसलिए यमुना के विविध घाटों पर भी स्नान, दान और पूजन के लिए श्रद्धालु जुटे हैं। वही धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है, साथ ही साथ दान पुण्य का भी विशेष महत्व है।
Read More: देव दीपावली 2023 : काशी में सोमवार को मनाई जाएगी देव दीपावली
Read More: पुलिस और लुटेरों की मुठभेड़ में चली गोलियां,4 पुलिसकर्मी हुए घायल
कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान का महत्व
वही कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान का विशेष महत्व बताया गया है कहा जाता है इस दिन जो कोई भी श्रद्धालु दीपदान करता है या तुलसी के सामने दीप जलाता है इससे महालक्ष्मी अवश्य प्रसन्न होती हैं मां का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। वही एक मास तक चलने वाले कार्तिक स्नान व्रत का समापन कार्तिक पूर्णिमा को होता है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर, यानी आज सोमवार के दिन है. इस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।