प्रयागराज संवाददाता- आशीष भट्ट
प्रयागराज: देवों के देव महादेव की पूजा के लिए सावन का महीना सबसे उत्तम माना जाता है। सावन में भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना अनेक मनोरथों को पूर्ण करने वाली मानी गई है। वही बात करे तो आज सावन माह का दूसरा सोमवार के साथ साथ सोमवती अमावस्या भी है। जिससे आज के दिन का विशेष महत्व है। आस्था और धर्म कि नगरी संगम नगरी प्रयागराज में एक ऐसा तीर्थ है, जो शिव भक्तों को अपनी ओर प्राचीन समय से आकर्षित करता आया है।
यमुना तट पर दरियाबाद मोहल्ले में तक्षक तीर्थ बड़ा शिवालय स्थित है। जहां सुबह से ही भोले के भक्त भगवान भोले नाथ का जला अभिषेक और पूजा अर्चन के लिए पहुंचे।मान्यता है की श्रावण मास में तक्षक तीर्थ के दर्शन-पूजन का विशेष महत्व है खासतौर पर सावन के सोमवार का।
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श्रावण माह में संख्या काफी बढ़ जाती है…
वही तक्षक तीर्थ के पीठाधीश्वर ब्रह्मर्षि रविशंकर जी महाराज कहते हैं कि तक्षक संपूर्ण सर्प जाति के स्वामी है जिसका जिक्र 18 पुराणों में मिलता है। मान्यता है कि पृथ्वी के प्रथम अधिपति महाराजा पृथु ने तक्षकतीर्थ बड़ा शिवालय की स्थापना की थी। तक्षक तीर्थ में दर्शन-पूजन करने के लिए वर्ष भर देशभर से श्रद्धालु आते हैं और अनुष्ठान करते हैं। श्रावण माह में संख्या काफी बढ़ जाती है। तक्षक तीर्थ के पीठाधीश्वर ब्रह्मर्षि रविशंकर जी महाराज कहते हैं कि तक्षक के दर्शन मात्र से भक्त को कालसर्प दोष, राहु की महादशा, विषबाधा से मुक्ति मिलती है।
वही तक्षक तीर्थ में दर्शन पूजन के लिए आए श्रद्धालुओं ने बताया कि तक्षक तीर्थ मंदिर में पूजन अर्चना करने से साधक की हर कामना पूरी होती है।सच्चे हृदय से जो भी पूजा अर्चना करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है,साथ ही कालसर्प दोष से मुक्ति भी मिलती है।