RaeBareli Loksabha Seat: रायबरेली यूपी की सबसे चर्चित और कांग्रेस का गढ़ माने जानी वाली सीट है. इस बार इस सीट की लड़ाई काफी दिलचस्प होने वाली है.इस सीट से इस बार सोनिया गांधी नहीं दिखेंगी, ऐसे में रायबरेली की संसदीय सीट से कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाया गया है. इस बार बीजेपी अपना मजबूत दावेदार यहां से लाकर कांग्रेस से उसकी इकलौती सीट जीतने की फिराक में है ऐसे में नजर डालते हैं इस सीट के इतिहास पर…
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रायबरेली में खिलेगा कमल या जीतेगा I.N.D.I.A का दल
रायबरेली हालिया राज्यसभा चुनाव से गांधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाली इस सीट और साथ ही अमेठी में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए समीकरण बदल गए हैं.भाजपा ने इन दोनों सीटों के लिए तगड़ी घेराबंदी शुरू कर दी है। फिलहाल, अमेठी लोकसभा सीट भाजपा के पास ही है. लेकिन, उसकी निगाहें रायबरेली सीट पर भी हैं.
इस सीट से राहुल गांधी या प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलें थी, लेकिन अब इन अटकलों पर विराम लग गया है और ये साफ हो गया है कि इस सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी. जिले में बछरावां, हरचंदपुर, रायबरेली, सरेनी, ऊंचाहार और सलोन छह विधानसभा सीटे हैं.इन सभी पर सपा-बीजेपी का कब्जा रहा है.राजनीतिक विश्लेषक बताते हैं कि राज्यसभा चुनाव के जरिए भाजपा ने गांधी परिवार की परंपरागत सीट रायबरेली और अमेठी पर समीकरण बदलने के लिए मजबूर कर दिया है. राकेश सिंह और मनोज पांडेय के माध्यम ना सिर्फ गठबंधन के वोटबैंक पर सेंधमारी होगी, बल्कि, उनके सामने चुनौती भी खड़ी करेंगे.
क्या भाजपा छीनेगी कांग्रेस का गढ़ ?
रायबरेली की सीट की लड़ाई इस बार दिलचस्प मानी जा रही है.इस बार कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा कांग्रेस से उसका इकलौता गढ़ भी छीन सकती है. सपा के मनोज पांडेय और राकेश सिंह के राज्यसभा में बीजेपी के साथ जाने से इस सीट की लड़ाई काफी टेढ़ी हो गई है.कांग्रेस के सामने इस सीट को बचाने की बड़ी चुनौती है क्योंकि एक मात्र यही सीट है जिस पर कांग्रेस का कब्जा है.
एक अनुमान के मुताबिक यहां 18 लाख मतदाता हैं जिनमें से 870954 पुरुष और 779813 महिला मतदाता थे.रायबरेली में सबसे ज्यादा आबादी दलित, ब्राह्मण और राजपूत मतदाताओं की है.ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरत यहां के राजनीति समीकरण पर नजर डालने की है.
किस वर्ग के मतदाता सबसे ज्यादा
- ब्राह्मण- 11 प्रतिशत
- ठाकुर- 9 प्रतिशत
- यादव- 7 प्रतिशत
- एससी- 34 प्रतिशत
- मुस्लिम- 6 प्रतिशत
- लोध- 6 प्रतिशत
- कुर्मी- 4 प्रतिशत
- अन्य वर्ग- 23 प्रतिशत
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रायबरेली लोकसभा सीट 2019
सोनिया गांधी
कांग्रेस
533687 वोट
56.5 प्रतिशत
दिनेश प्रताप सिंह
बीजेपी
365839 वोट
38.7 प्रतिशत
रायबरेली लोकसभा सीट 2014
सोनिया गांधी
कांग्रेस
526433 वोट
63.8 प्रतिशत
अजय अग्रवाल
बीजेपी
173716 वोट
21.1 प्रतिशत
रायबरेली सीट का चुनावी इतिहास..
दशकों से इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है, लेकिन इस बार ये सीट इस लिहाज से अहम हो जाती है क्योंकि यहां अबकि सोनिया गांधी लड़ाई में नजर नहीं आएंगी यानि बीजेपी की उम्मीद जगती हुई तो दिखाई दे रही है.अब देखना होगा कि आखिर इस बार राजनीति का ऊंट किस ओर करवट लेगा. साल 2004 से इस सीट से जीतती रहीं सोनिया को 2019 में जीत तो मिली, लेकिन पिछली विजय की तुलना में अंतर कम हो गया.इसके पीछे की कहानी बताई जाती है कि दलित मतदाता तेजी से मोदी सरकार की नीतियों के सहारे भाजपा की ओर चले गए. सपा के पास क्षेत्र के सबबे प्रभावशाली ब्राह्मण नेताओं में से एक ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय थे.अब मनोज भाजपा के पाले में आते हैं तो भाजपा का पलड़ा भारी होने के साथ ही कांग्रेस के लिए चुनौती बढ़ना तय है.
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