Lucknow Loksabha Seat 2024: लखनऊ, एक ऐसी लोकसभा सीट जिस पर साल 1990 से भाजपा का कब्जा रहा.उसी सीट पर जीत का सिलसिला जारी रखने के लिए भाजपा ने मौजूदा सांसद को तीसरी बार टिकट दिया, जिनके सामने है सपा-कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा.ऐसे में इस सीट पर विपक्षियों के सामने क्या चुनौती है? ये आपको आज हमारी प्राइम टीवी की रिपोर्ट में पता चलेगा…सियासी लिहाज़ से सबसे ज़रुरी राज्य यूपी.
जहां से दिल्ली का रास्ता जाता और उसी यूपी से 80 लोकसभा सीटें आती है और इसी यूपी में भाजपा ने 80 की 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.अब लक्ष्य बड़ा है तो लाज़मी है प्रत्याशी भी दमदार होंगे और बात जब हैट्रिक लगाने की आई तो भाजपा के कई कद्दावर नेता 2024 के चुनावी पिच पर बैटिंग करने उतरे, जिसमें वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नवाबों के शहर लखनऊ से राजनाथ सिंह, मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर समेत कई दिग्गज शामिल है. इन सब दिग्गजों की सीटें भी हाईप्रोफाइल है.
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राजनाथ सिंह और रविदास मेहरोत्रा की टक्कर
बात अगर लखनऊ की करें तो यहां से तीसरी बार चुनावी मैदान में राजनाथ सिंह पर भाजपा ने भरोसा जताया है. जिनकी सीधी टक्कर सपा-कांग्रेस के संयुक्त प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा से होगी, लेकिन इस सीट पर इंतज़ार बसपा का है, क्योंकि बसपा ने इस सीट पर अपने पत्ते अभी तक नहीं खोले है. राजनाथ सिंह और रविदास मेहरोत्रा में मुकाबला तो धुआंधार होगा और जीत के लिए जबरदस्त जोर आजमाइश होगी, लेकिन रक्षामंत्री की 2014 से लखनऊ में बढ़ती हुई लोकप्रियता वोट और जीत में भी तबदील हुई है. 1990 से भाजपा के जितने का सिलसिला बदस्तूर जारी है जो आजतक टूट नहीं पाया.आगे भी ये सिलसिला ना टूटे शायद यहीं वजह है कि भाजपा ने तीसरी बार राजनाथ सिंह पर दांव चला है.
लखनऊ का साल 2014 में चुनावी हाल
राजनाथ सिंह(भाजपा) 5,61,106-54.27%
रीता बहुगुणा जोश(कांग्रेस) 2,88,357- 27.89%
लखनऊ का साल 2019 में चुनावी हाल
राजनाथ सिंह(भाजपा) 6,33,026 56.-70%
पूनम सिंहा(सपा) 2, 85,724 25.-59%
राजनाथ कैसे दिलाएंगे जीत?
ये तो तय है कि साल 2024 में कांटे की टक्कर होगी लेकिन अब ये जानते है कि इस सीट का जातीय समीकरण क्या है. लखनऊ में सियासी तपीश बढ़ गई है. लखनऊ लोकसभा सीट पर भाजपा अपनी जीत लगभग तय मान रही है लेकिन विपक्ष भी हार मानने को तैयार नहीं है. नहले पर दहला प्रत्याशी उतराते हुए. ये तो साफ कर दिया है सपा-कांग्रेस गठबंधन ने कि ये राह इतनी आसान होने वाली नहीं है
लखनऊ लोकसभा का जातीय समीकरण
71.1 प्रतिशत आबादी हिंदू
ब्राह्मण+राजपूत- 18 प्रतिशत
अनुसूचित जाति- 15 प्रतिशत लगभग
अनुसूचित जनजाति 0.3 प्रतिशत लगभग
26.34 प्रतिशत आबादी मुसलमान
ये साल 2011 जनगणना के अनुसार पता चला है.
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