Rani Lakshmibai Jayanti 2023 :आज पूरा देश रानी लक्ष्मीबाई को याद कर रहा है, क्योंकि आज उनकी जयंती मनाई जा रही है। आज ही के दिन यानी 19 नवंबर 1835 को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का जन्म हुआ था। वहीं इस मौके पर हमें अपने उन वीर-वीरांगनाओं को भी याद कर रहे हैं, जिन्होंने देश की आजादी के खातिर अपना सबकुछ देश पर कुर्बान कर दिया था। आजादी की ऐसी ही वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई थी, जिन्होंने अंग्रेजों को धूल चटा दी थी। अंग्रेज जीते जी उनसे कभी नहीं जीत पाए जबकि शहीद होने के बाद भी अंग्रेजों को उनका शव तक देखने को नहीं मिला था। उन्हें आज पुरा देश याद कर रहा है। आप भी उन्हें याद कीजिए साथ ही नमन कीजिए।
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जानें रानी लक्ष्मीबाई का जन्म..
बता दें कि रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1835 को वाराणसी के एक पुरोहित के घर में हुआ था। साथ ही इनके पिता का नाम बलवंत राव था। वहीं माता का नाम भागीरथी बाई था। वहीं जन्म के बाद रानी लक्ष्मीबाई का नाम मणिकर्णिका रखा गया था। लेकिन प्यार से सब इन्हें मनू कहकर बुलाते थे, वह बचपन से ही बहुत बहादुर थी। मराठा ब्राह्मण से आने वाली मणिकर्णिका बचपन से ही शास्त्रों और शस्त ज्ञान की धनी थीं। इनके पिता मोरोपंत मराठा बाजीराव (द्वितीय) की सेवा करते थे और मां भागीरथीबाई बहुत बुद्धीमान और संस्कृत को जानने वाली थी।
भारत की वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई को याद करते हैं..
वहीं आज भी MP के ग्वालियर में बाबा गंगादास की कुटिया अब रानी लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल के रूप में जाना जाता है। हर साल यहां बलिदान दिवस के मौके पर 2 दिन का कार्यक्रम चलता है। जिसमे देशभर से आए कलाकार हिस्सा लेते हैं। और दो दिनों तक चलने वाले इस कर्यक्रम में रानी लक्ष्मीबाई के अलावा 1857- 58 की क्रांति और उसमें शहीद हुए लोगों की प्रदर्शनियां लगाई जाती है। जहां आज भी भारत की वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई को याद करते हैं।