Narendra Modi on Crime against Women: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में आयोजित जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में त्वरित न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं में सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ेगा और न्याय प्रणाली में उनका भरोसा और मजबूत होगा.
महिलाओं के खिलाफ अपराधों का किया जिक्र
बताते चले कि पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर त्वरित न्याय प्रणाली की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, “महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में जितनी तेजी से न्याय मिलेगा, उतना ही अधिक महिलाएं अपनी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त होंगी.” पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिए कई सख्त कानून हैं, लेकिन इन मामलों में न्याय की गति को तेज करना जरूरी है.
न्यायपालिका की भूमिका और संविधान की रक्षा
प्रधानमंत्री ने न्यायपालिका को संविधान का संरक्षक बताया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट और अन्य न्यायालयों ने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है. उन्होंने कहा, “भारत के लोगों ने कभी भी सुप्रीम कोर्ट या न्यायपालिका के प्रति अविश्वास नहीं दिखाया.” पीएम मोदी ने आपातकाल के दौर को “काला” दौर बताया और कहा कि उस समय न्यायपालिका ने मौलिक अधिकारों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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राष्ट्रीय सुरक्षा और न्यायपालिका की भूमिका
राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में न्यायपालिका की भूमिका को सराहते हुए पीएम मोदी ने कहा, “न्यायपालिका ने राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए देश की अखंडता की रक्षा की है.” उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में उचित निर्णय लेकर देश की अखंडता को मजबूत किया है.
कोलकाता की घटना और त्वरित न्याय की मांग
पीएम मोदी ने कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और ठाणे में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में त्वरित न्याय की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, “महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि इन मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए आपराधिक न्याय प्रणाली में बेहतर समन्वय की जरूरत है.
राजनीतिक प्रतिक्रिया और पश्चिम बंगाल में विवाद
कोलकाता की घटना को लेकर राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है. बीजेपी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि वे आरोपियों को संरक्षण दे रही हैं. इस मामले ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संबोधन ने न्याय प्रणाली में त्वरित न्याय की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर किया है. खासकर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के मामलों में. उन्होंने न्यायपालिका की भूमिका की सराहना करते हुए देश की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में न्यायपालिका की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया. इस सम्मेलन में पीएम मोदी के विचारों ने न्याय प्रणाली को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है.