JPC meeting: वक्फ बोर्ड (waqf board) की बैठक में मंगलवार को एक बड़ा राजनीतिक ड्रामा देखने को मिला, जब तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच तीखी बहस के बाद एकाएक झड़प हो गई। यह बहस इतनी बढ़ गई कि हाथापाई तक की नौबत आ गई और बैठक को कुछ देर के लिए स्थगित करना पड़ा। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह बहसबाजी तब शुरू हुई जब ओडिशा के एक संगठन के सदस्य अपनी-अपनी राय रख रहे थे, और कल्याण बनर्जी बिना बारी के अपनी बात सबके सामने रखना चाहते थे।
Read more: विजया किशोर रहाटकर ने संभाली NCW की कमान, महिलाओं के अधिकारों के लिए जताई प्रतिबद्धता
कल्याण बनर्जी और अभिजीत गंगोपाध्याय में तीखी बहस
सूत्रों के अनुसार, जब ओडिशा के कटक से ‘जस्टिस इन रियलिटी’ और ‘पंचसखा प्रचार’ नामक संगठनों का प्रेजेंटेशन चल रहा था, तब कल्याण बनर्जी बार-बार अपनी बात रखना चाह रहे थे, जबकि उनसे पहले तीन बार मौका दिया जा चुका था। बीजेपी सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय ने इस पर आपत्ति जताई, जिसके बाद दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक पहुंच गई।
Read more: Silk Expo 2024: CM योगी ने कहा-‘आधुनिक तकनीक अपनाने से किसानों की आय में होगा इजाफा’
गुस्से में खुद को ही किया चोटिल
झड़प के दौरान कल्याण बनर्जी (TMC leader Kalyan Banerjee) ने गुस्से में टेबल पर रखी कांच की पानी की बोतल उठाकर जोर से मेज पर दे मारी, जिससे कांच की बोतल टूट गई और बनर्जी खुद घायल हो गए। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि असदुद्दीन ओवैसी, कल्याण बनर्जी को पकड़कर बाहर ले जा रहे हैं। इस घटना के बाद बैठक को कुछ समय के लिए स्थगित करना पड़ा।
दोनों तरफ से अभद्र भाषा का हुआ इस्तेमाल
सूत्रों का कहना है कि इस दौरान कल्याण बनर्जी ने अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिसके बाद दोनों तरफ से तीखी प्रतिक्रिया हुई। बीजेपी सदस्यों का आरोप है कि कल्याण बनर्जी ने टूटी हुई बोतल को चेयरमैन की ओर उछालने की भी कोशिश की। इस घटना ने बैठक को काफी हद तक बाधित किया और माहौल गर्मा दिया।
पहले भी हो चुका है हंगामा
इससे पहले सोमवार को भी वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान हंगामा हुआ था। अल्पसंख्यक मंत्रालय के प्रेजेंटेशन के समय बीजेपी और विपक्षी दलों के सांसदों के बीच तीखी तकरार और नोकझोंक हुई थी। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि यह बिल राजनीतिक कारणों से लाया जा रहा है और इसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय को टारगेट करना है। इस पर बीजेपी सांसदों और विपक्षी दलों के बीच तीखी बहस हुई।
ओवैसी का प्रेजेंटेशन और बीजेपी से टकराव
बैठक के शुरुआत में AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने वक्फ बिल के प्रस्तावों पर करीब 1 घंटे का प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने इस बिल की खामियों को गिनाया और जोर देकर कहा कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला है। ओवैसी के प्रेजेंटेशन के दौरान भी बीजेपी सांसदों और ओवैसी के बीच तीखी तकरार हुई, जिससे बैठक में शोर-शराबे का माहौल बन गया। इस दौरान बैठक लगभग 7 घंटे तक चली, लेकिन हंगामे के कारण इसमें कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकल सका।
वक्फ संशोधन विधेयक की चर्चा के दौरान TMC और BJP के सांसदों के बीच तीखी झड़प ने एक बार फिर संसद के माहौल को गर्मा दिया है। इस राजनीतिक ड्रामे ने बैठक को बाधित किया और मामले को और जटिल बना दिया है। हालांकि, बैठक के अंत में भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका और बहस हंगामे में तब्दील हो गई।
Read more: UP News: मायावती सरकार में हुए स्मारक घोटाले में फंसे BJP MLA त्रिभुवन राम पर ईडी की बड़ी कार्रवाई