कानपुर सवांददाता- रिज़वान आलम
Kanpur: मीडिया पर शासन के दमनकारी आदेश के खिलाफ कानपुर प्रेस क्लब की ओर से बुधवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय तक बडी संख्या में पत्रकारों ने मुंह पर काली पट्टी बांध कर मौन जुलूस निकाला। संरक्षक सरस बाजपेई ने कहा की यदि शासन ने पत्रकारों की मंशा के अनुरूप ये काला आदेश वापस ना लिया तो अगले चरण में बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा। पुलिस कमिश्नर डा आर के स्वर्णकार को मुख्यमंत्री और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
Read more: प्रधान प्रतिनिधि की दबंगई से ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
पत्रकारों की बड़ी संख्या
नवीन मार्केट सीठित प्रेस क्लब कार्यालय में अध्यक्ष अवनीश दीक्षित और महामंत्री कुशाग्र पांडे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पत्रकार इकट्ठा हुए। एक बैनर में भारी बारिश के बीच पैदल मार्च करते हुवे सिविल लाइंस स्थित पुलिस कार्यालय पहुंचे। सभी पत्रकार अनुशासित हो कर पुलिस कार्यालय परिसर में मौजूद रहे।
इसके बाद अवनीश दीक्षित और कुशाग्र पांडे सहित सहित पाध्धिकारीयो ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सोपा उनसे कहा यह ज्ञापन मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पहुंचाने के साथ-साथ पत्रकारों की भावनाओं से भी अवगत करा दें। साथ ही चेतावनी भी दी की यदि ये दमन कारी आदेश वापस ना हुआ और शासन ने माफी ना मांगी तो प्रेस क्लब बड़ा आंदोलन खड़ा करेगा।
मुंह बंद करने की साजिश
अवनीश दीक्षित ने कहा की ये तो अंग्रेजो के जमाने जैसा फरमान है। अब देश आजाद है ये पत्रकारिता और परकारो पर अंकुश लगाने और मुंह बंद करने की साजिश है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। पत्रकार लोकतंत्र के सजग प्रहरी है। डरने वाले नही है। आवाज बुलंद करते रहेंगे,इस मौके पर प्रमुख रूप से शैलेश अवस्थी, मो इरफान, सतेंद्र बाजपेई, ज्ञानेद्र मिश्रा,पंकज त्रिवेदी ,मनोज यादव,सुनील साहू, रमन गुप्ता, रिज़वान आलम (आमिर)इब्ने हसन जैदी, वासिफ अली शेरा, दीपक सिंह, शुभम शर्मा,रोहित निगम, रोहित कश्यप,विकास अवस्थी, रियाज़ खान, फरहान, फैज़, नौशाद ,स्वप्निल सहित 500 से अधिक पत्रकार मौजूद रहे।