Input-Isha
Uttarakhand: जोशीमठ की मुश्किले खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. वहीं अब इसको लेकर सीएम धामी ने पीएम मोदी से मुलाकात की. सीएम धामी ने दिल्ली में पीएम मोदी से चर्चा की है. आपदा प्रबंधन विभाग ने भी बताया कि पीड़ितों को सरकारी मदद मुहैया कराई जा रही है. वहीं हरीश रावत ने इसको लेकर सवाल उठाए है.
आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा कि लोगों के लिए 5000 प्रति महीना किराए पर रहने के लिए व्यवस्था की गई है. अगर कैम्प में रहना चाहते हैं तो उसकी व्यवस्था की गई है, खाने पीने की कोई समस्या नहीं है. सिन्हा ने आगे कहा अब तक 80 परिवारों को मुआवजा राशि दी जा चुकी है और अधिक राशि की व्यवस्था की जा रही है.
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भारी बारिश से आई दरार
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के बाद सरकार जोखिम का आकलन लगाने का काम कर रही है. इसी बीच एक बार फिर एक खेत में 6 फीट की दरार देखने को मिली है, जिसके बाद से स्थानीय निवासी दहशत में हैं. उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा जारी है. भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम पहुंच रहे हैं. ऐसे में बद्रीनाथ जाने वाले रास्ते में पड़ने वाला मुख्य इलाका जोशीमठ में एक बार फिर चर्चा में आ गया है.
यहां के लोगों पर एक बार फिर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. चारधाम यात्रा के बीच बरसात के सीजन में फिर से दरारों के बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिससे लोगों में डर और दहशत है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन को पहले ही सचेत कर दिया था कि बारिश में यहां के हाल और अधिक खराब होने वाले हैं. इसके बावजूद प्रशासन ने इसको गंभीरता से नहीं लिया. जिसका नतीजा है कि जोशीमठ में एक बार फिर से दरारें बढ़ रही हैं, जो बेहद चिंता का विषय है. जोशीमठ में एक खेत में गहरी दरार मिली है. माना जा रहा है ऐसा भारी बारिश के चलते हुआ है।