Jammu&Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का दूसरा चरण बुधवार को जारी है, जिसमें 26 सीटों पर मतदान हो रहा है। पहले चरण के मतदान के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद अब 25 लाख से अधिक मतदाता 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सुबह 9 बजे तक 10.22 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।
इस चुनावी रण में कई प्रमुख नेता अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें नेकां के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जेकेपीसीसी अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा, और भाजपा जम्मू-कश्मीर के प्रमुख रविंदर रैना शामिल हैं। गांदरबल विधानसभा क्षेत्र से डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के उम्मीदवार कैसर सुल्तान गनई ने दावा किया है कि उमर अब्दुल्ला इस बार अपनी दोनों सीटें हार जाएंगे।
उमर अब्दुल्ला ने जताई नाराजगी
कैसर सुल्तान गनई ने कहा कि उमर अब्दुल्ला ने जनता से संपर्क खो दिया है और उनका हालिया बारामुला लोकसभा क्षेत्र में हार इसका स्पष्ट संकेत है। उन्होंने आगे कहा, “उन्हें अपनी शर्मिंदगी से बचने के लिए बडगाम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का फैसला लेना पड़ा है। लोग स्थानीय उम्मीदवार को चुनना चाहते हैं।” इस चरण के लिए कुल 3502 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। मतदान प्रक्रिया के दौरान उमर अब्दुल्ला ने लोगों से संपर्क करते हुए कहा, “हम आशा करते हैं कि आज अधिकतम वोट एनसी उम्मीदवारों को मिलेंगे। जहां एनसी उम्मीदवार नहीं हैं, वहां हमारे सहयोगी कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए वोट होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि … अगर राजनयिकों को यहां लाया जा सकता है, तो विदेशी पत्रकारों को यहां आकर चुनाव को कवर करने की इजाजत क्यों नहीं दी जा रही है… राजनयिकों को गाइडेड टूरिस्ट के तौर पर यहां लाया जा रहा है। यह अच्छी बात नहीं है।”
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विदेशी प्रतिनिधिमंडल की रही उपस्थिति
चुनाव प्रक्रिया को देखने के लिए आए विदेशी प्रतिनिधिमंडल पर उमर अब्दुल्ला ने टिप्पणी की, “यह समझ से परे है। जब भारत सरकार जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर हस्तक्षेप का विरोध करती है, तो फिर इन राजनयिकों को यहां क्यों लाया जा रहा है?” उन्होंने कहा कि यदि विदेशी राजनयिकों को आमंत्रित किया जा सकता है, तो पत्रकारों को क्यों नहीं?
गौरतलब है कि विभिन्न देशों के राजनयिकों का एक प्रतिनिधिमंडल मतदान प्रक्रिया का अवलोकन करने के लिए श्रीनगर के बेमिना क्षेत्र में पहुंचा। रवांडा के एक राजनयिक ने मतदान प्रक्रिया की तारीफ की और कहा कि “संगठन सुचारू रूप से चल रहा है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि सभी लोग मतदान में भाग लेंगे।”
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वोट डालने पहुंचे गुलाम नबी लोन हंजुरा
दूसरे चरण में चरार-ए-शरीफ विधानसभा क्षेत्र से पीडीपी के उम्मीदवार गुलाम नबी लोन हंजुरा ने भी अपना वोट डाला। उन्होंने कहा, “यह बड़ा अच्छा माहौल है। लोग इस चुनाव का पिछले 10 साल से इंतजार कर रहे थे। लोगों में बहुत उत्साह है।” जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का यह दूसरा चरण न केवल राजनीतिक दिग्गजों के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं का भी प्रतिनिधित्व करता है। मतदाता इस बार अपने अधिकार का उपयोग करते हुए अपने भविष्य का निर्णय करेंगे। मतदान प्रक्रिया का संचालन शाम 6 बजे तक चलेगा, जिसमें लाखों मतदाता अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
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