Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में सुरक्षा बलों ने देर रात आतंकियों की घुसपैठ की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। इस मुठभेड़ में दो घुसपैठियों को मार गिराया गया, जिनके पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार बरामद हुए हैं। सुरक्षाबलों को आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल्स, एक पिस्तौल और अन्य हथियार मिले हैं।
सेना का कहना है कि इलाके में तलाशी अभियान जारी है और आशंका जताई जा रही है कि और भी आतंकी इस क्षेत्र में छिपे हो सकते हैं। यह मुठभेड़ खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर शुरू हुई। सेना ने बिना कोई समय गंवाए घुसपैठियों को घेर लिया और फायरिंग के बाद उन्हें मार गिराया। मारे गए आतंकियों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है।
एक हफ्ते में दूसरी बड़ी मुठभेड़
यह घटना एक हफ्ते में आतंकवादियों के साथ हुई दूसरी मुठभेड़ है। 2 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के सुंजवान मिलिट्री स्टेशन पर आतंकियों ने भारतीय सेना पर अचानक हमला कर दिया था, जिसमें एक जवान शहीद हो गया था। इस घटना के बाद से सुरक्षा बलों ने सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी है, और इसी का नतीजा है कि राजौरी में घुसपैठ की साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया।
कुपवाड़ा में भी मारे गए थे तीन आतंकी
इससे पहले, पिछले महीने कुपवाड़ा जिले में सेना ने माछिल और तंगधार क्षेत्रों में तीन आतंकियों को मार गिराया था। सेना को इन इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। खराब मौसम और दुर्गम इलाके के बावजूद सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ये सफलता हासिल की गई थी।
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घुसपैठ रोकने के प्रयास तेज
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा बल लगातार सतर्क हैं। हाल के महीनों में आतंकवादियों की गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। घुसपैठ की हर कोशिश का सेना और सुरक्षा बल मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। जुलाई में भी आतंकियों की हलचल बढ़ी थी, जब सुरक्षाबलों ने कई घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया था।
राजनीतिक माहौल पर असर
राजौरी और सुंजवान में हुई इन मुठभेड़ों का राज्य के राजनीतिक और सुरक्षा माहौल पर गहरा असर पड़ा है। राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच आतंकवादी गतिविधियों में अचानक बढ़ोतरी ने सुरक्षा एजेंसियों की चुनौती बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठन चुनाव के समय अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
सर्च ऑपरेशन जारी
फिलहाल सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं ताकि किसी और घुसपैठिए या आतंकी को पकड़ा जा सके। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों से आतंकियों की बढ़ती गतिविधियां सुरक्षाबलों के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं, लेकिन सेना की मुस्तैदी और खुफिया जानकारी की सटीकता के चलते इन घटनाओं पर काबू पाया जा रहा है।
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