Input : Umair
Politics : सनातन पर छिड़ा सियासी घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। दक्षिण से शुरू हुए इस विवाद पर पूरे देश में हंगामा है। अब इस मामले में डीएमके नेता सांसद ए राजा और आरजेडी नेता जगदानंद सिंह ने विवादित बयान देकर आग में घी डालने का काम कर दिया है किसने क्या कहा, देखिए ये खास रिपोर्ट।

- नहीं थम रहा सियासी घमासान
- ए राजा ने भी की विवादित टिप्पणी
- लालू के करीबी ने भी डाला आग में घी
- आरोप-प्रत्यारोप का दौर लजातार जारी
BJP और हिंदू संगठनों के निशाने पर

सनातन धर्म पर तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान से शुरू विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इस बयान को लेकर वो लगातार बीजेपी और हिंदू संगठनों के निशाने पर हैं। डीएमके के गठबंधन के साथी हमलावर तो नहीं हैं, लेकिन वो भी नसीहत दे रहे हैं। और धर्म के मामले में सोच समझकर बोलने की हिदायत दे रहे हैं। उदयनिधि स्टालिन अपने बयान पर कई बयान सफाई दे चुके हैं। वो लगातार कह रहे हैं कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है। लेकिन तमिलनाडू की सियासी सूरतेहाल को समझते हुए वो इस मामले में केंद्र सरकार पर हमला भी बोल रहे हैं। स्टालिन कहते हैं कि 9 सालों की अपनी असफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए वो सनातन का उपयोग कर रही है।
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उदयनिधि स्टालिन नें कहा

उनके बयान के बाद सनातन पर भड़की सियासी आग को डीएमके सांसद ए राजा के बयान और हवा दे दी है। उन्होंने सनातन धर्म पर स्टालिन की तुलना में और भी सख्त अंदाज में की है। डीएमके सांसद ए राजा ने कहते हैं कि सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था। सनातन की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए। ए राजा ने सनातन को घातक बीमारी बताया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है, जो कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा खतरनाक है।
भगवान के नाम पर राजनीति करते हैं
सनातन पर नेताओं के बिगड़े बोल मची होड़ के बीच लालू के करीबी आरजेडी नेता जगदानंद सिंह के बयान ने सनातन के मुद्दे पर लगी सियासी आग में घी डालने के काम कर दिया। जगदानंद सिंह ने सनातन पर तो आपत्तिजनक बयान नहीं दिया, लेकिन उन्होंने तिलक लगाने वालों को देश का गुलाम बनाने वाला बता दिया। प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह के दौरान जगदानंद ने कहा कि भारत को गुलाम किसने बनाया जानते हैं। आप लोग।

संघ ने गरीबों को कुचला, संघ ने जादू टोना करना सिखाया, टीका लगाकर घूमने वाले लोगों ने भारत को गुलाम बनाया। बीजेपी के जय श्री राम के मुद्दे पर जगदानंद सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं से कहा, ‘आप जानती हो हमारे ग्रंथों में महिला का नाम पहले आता है। राम के पहले सीता हैं, विष्णु के पहले लक्ष्मी, ब्रह्मा के पहले सरस्वती और शिव के पहले शक्ति की प्रतीक मां पार्वती का नाम आता है। लेकिन बीजेपी के दंगाई लोग जय श्री राम कहकर भगवान के नाम पर राजनीति करते हैं।

एफवीओ- चुनावी समर में जिस तरह से सनातन जिस तरह से सियासी संग्राम छिड़ा है। उससे ये नहीं लगता कि ये विवाद जल्द खत्म होगा। अब देखना ये है कि ये विवाद कब और कैसे थमता है।