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Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव को लेकर शह-मात का खेल शुरू हो चुका है….सभी सियासी दल राजनीतिक ताना बाना बुनने में जुट चुके है…सत्ता पक्ष जीत की हैट्रिक लगाने के लिए बेताब है…तो दूसरी ओर विपक्षी दल विपक्षी एकजुटता को जोड़ने में जुट गए है…दांवे वादों सीट पर समीकरण को लेकर अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी गई है…तबाड़तोड़ बैठकों का दौर जारी है…24 को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी जनसंपर्क अभियान के जरिए हर वर्ग के साथ जुड़ने का प्रयास कर रही है. तो कांग्रेस पार्टी फुल एक्शन मोड़ में नजर आ रही है…कर्नाटक फतह करने के बाद कांग्रेस का जोश हाई नजर आ रहा है…महंगाई बेरोजगारी अड़ानी-अंबानी समेत तमाम मुद्दों को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही है…
इन सबके बीच अब गुटबाजी का दौर भी शुरू हो चुकी है….सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब प्रदेश की राजनीति से उठकर केंद्र की राजनीति में खुद की उपस्थिति दर्ज कराना चाहते है. जहां राजधानी लखनऊ में ओम प्रकाश राजभर ने दिल्ली जाने की अपनी दिली इच्छा भी जाहिर की… औऱ इसी के साथ ओपी राजभर गठबंधन को लेकर भी उन्होंने अपने इरादे साफ कर दिए…
दरअसल सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर राजनीति के महीन खिलाड़ी माने जाते है…. जहां एक तरफ वो सत्ता पक्ष से ज्यादा विपक्षियों पर हमलावर नजर आते है… तो वही सभी विपक्षी दलों सपा, बसपा, कांग्रेस, जदयू, रालोद को एक साथ एक मंच पर आने का आवाहन कर रहे हैं …और सभी के एक साथ आने के बाद खुद की उपस्थिति दर्ज कराने की बात भी दोहरा है…अंदरखाने भले ही उनकी सांठगांठ बीजेपी से चल रही हो लेकिन राजभर सार्वजनिक रूप से कुछ भी स्वीकार करने को तैयार नही है…. ओम प्रकाश राजभर अभी भी सवारी करने से पहले दोनों नावों की हलचल को भांप रहे है…. ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सपा खुद भाजपा की बी टीम है और आरोप बसपा पर लगाती है. सपा को वोट यूपी में चाहिए और गठबंधन बंगाल, बिहार, तमिलनाडु में करेंगे. बिना बहुजन समाजवादी पार्टी के यूपी में कोई मजबूत विपक्ष तैयार नही होगा…
दूसरे मोर्चे की बात करे तो…बिहार में बाहर है नीतीशे कुमार है, एक बार फिर से नीतीश कुमार चर्चा में है… वो भी इसलिए क्योंकि वो सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने में कामयाब हो गए है… आगामी 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में देश भर के सभी विपक्षी दलों के नेता इस बैठक में शिरकत… करेंगे और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे… बीते 1 साल से नीतीश कुमार मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों की लामबंदी कर रहे है.. ताकि उनका राजनीतिक करियर 2025 के बाद भी अस्तित्व में कायम रहे…पटना में इस बैठक के लिए काफी पहले से तैयारियां चल रही थी 23 जून को आयोजित होने वाली ये बैठक इसी हफ्ते होनी थी
सभी दल इस हफ्ते बैठक में अपने अपने कारणो से शामिल नही हो पा रहे थे जिसके बाद इसकी तारीख बढ़ा कर 23 जून कर दी गई. इस बैठक में देश की सबसे पुरानी राजनीति पार्टी कांग्रेस, उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी सपा, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, डीएमके, राजद, रालोद, जदयू शामिल है इस बैठक का नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे, नीतीश ने कांग्रेस से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को विशेष रूप से अपने दिल्ली दौरे के दौरान आमंत्रित भी किया था वही नीतीश दिल्ली से लजनऊ आते वक्त अखिलेश यादव से भी मिलकर आए थे.सभी विपक्षी दलों की होने वाले इस बैठक में बहुजन समाजवादी पार्टी को न्योता नही दिया गया.. जिसकी वजह बसपा पर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगना हो सकता है.. दूसरी तरफ इस बैठक में AIMIM को भी नही बुलाया गया है. इसका मतलब है कि बाकी सभी पार्टियों की पसंद का भी इस बैठक में विशेष ध्यान रखा गया है.
उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाला प्रदेश है कहते है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है ऐसे में जिस पार्टी के 22 फीसदी वोट यूपी में हो उसको दरकिनार करके यूपी की लड़ाई कैसे जीती जा सकती है?…पिछले चुनाव में बसपा 12.7 फीसदी वोट पर ही सिमट गई थी लेकिन इस बार बसपा अपने कोर वोटर के साथ साथ मुस्लिम वोटों में भी सेंधमारी की योजना बना रही है, निकाय चुनाव में मेयर की 11 सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है ऐसे में जब महाविपक्ष में बसपा समाहित नही है तो वो महाविपक्ष का गणित बिगाड़ कर भाजपा की राह आसान कर सकती है.
इन सबके बीच आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार के लाए गए अध्यादेश के खिलाफ देश भर की राजनीतिक पार्टियों से राज्यसभा में समर्थन मांग रही है, अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए ममता बनर्जी और अखिलेश यादव से मुलाकात कर समर्थन भी हासिल कर लिया है और वही इस बैठक में आप इसी शर्त को रखेगी की कांग्रेस सहित बाकी पार्टियां भी इस मुद्दे पर उसका समर्थन करें. गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यादेश के इस मुद्दे पर आप का विरोध कर रही है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर लड़ाई उफान पर नजर आ रही है…विपक्षी दल भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए चक्रव्यूह तैयार कर रहा है…तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी फुल एक्शन मोड में नजर आ रही है…पीएम मोदी, नड्डा, शाह…और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत नेता कार्यकर्ता 24 फतह करने के लिए धारदार काम कर रही है…देखना दिलचस्प होगा की 24 में जनता किसे सत्ता की कुर्सी पर बैठाती है..