ISRO : ISROने अगस्त में चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग का मिशन सफलतापूर्वक पूरा कर पहला देश बना था।वहीं ISROनें जापान की स्पेस एजेंसी जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी को चांद मिशन के सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की बधाई दी है। बता दे कि एक ट्वीट में ISRO ने कहा की चंद्रमा पर जापान के मिशन की सफल लॉन्चिंग पर हार्दिक बधाई। यह वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय के लिए गर्व का क्षण है। हम पूरी स्पेस कम्यूनिटी को बधाई देते हैं।
- जेएएक्सए ने बृहस्पतिवार को एक एक्स-रे दूरबीन ले जाना वाला रॉकेट प्रक्षेपित किया, जो ब्रह्मांड की उत्पति का पता लगाएगा। बता दे कि जापान ने साथ ही एक एसएलआईएम भी भेजा है जो चांद पर जानकारी जुटाएगा।
- ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि चंद्रयान-3 मिशन के बाद इसरो का अगला चंद्रमा मिशन जेएएक्सए के साथ साझेदारी में हो सकता है।
लॉन्चिंग के बाद जापान ने कहा
जापान की एजेंसी ने कहा-सब कुछ योजना के मुताबिक ही हुआ है। प्रक्षेपण यान को तय समय लॉन्च किया गया और लॉन्चिग के 14 मिनट 9 सेकंड बाद XRISM प्रक्षेपण यान से अलग हो गया। साथ ही उन्होंने कहा, प्रक्षेपण के लगभग 47 मिनट 33 सेकेंड पर SLIM को सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया। उन्होंने कहा-हम XRISM और SLIM के लॉन्च में शामिल सभी पक्षों के सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।
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चांद पर भेजा था मून मिशन
जापान की एजेंसी ने चांद पर अपना मून मिशन लॉन्च किया है, इस मिशन की लॉन्चिंग से पहले बीते महीने भारत ने भी चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंड करा दिया था।वहीं दूसरे प्रयास में ऐसा करने वाला वह पहला देश बन गया।वहीं इसके अलावा इसरो के रोवर प्रज्ञान ने चंद्रमा की सतह पर एक चंद्र दिवस पूरा किया था। साथ ही विक्रम लैंडर ने चांद पर अप-डाउन होने की कोशिश की थी। इसके पीछे का उद्देश्य यह पता लगाना था कि अगले चंद्र मिशन पर इंसानों को भेजने के बाद वापस लाया जा सकता है या नहीं।