Israel Hezbollah War: लेबनान की राजधानी बेरूत में शुक्रवार शाम को इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्लाह के नेता सैयद हसन नसरल्लाह मारे गए, जिससे पूरे मध्य पूर्व में हड़कंप मच गया है। इजरायल में जहां इस घटना को लेकर जश्न का माहौल है, वहीं लेबनान में गहरा शोक व्याप्त है। इजरायल के युद्धक विमानों ने बेरूत पर लगातार बमबारी की, जिसके परिणामस्वरूप अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 195 लोग घायल हुए हैं।
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लेबनान बॉर्डर पर सैकड़ों टैंक तैनात
नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ एक बड़े सैन्य ऑपरेशन की तैयारी कर ली है। इजरायल की सेना ने लेबनान की सीमा पर सैकड़ों टैंक तैनात कर दिए हैं और जमीनी ऑपरेशन शुरू करने के संकेत दिए हैं। इजरायली सेना का उद्देश्य है कि लेबनान में घुसकर हिजबुल्लाह के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया जाए और संगठन को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए। इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया है, जिनमें कई लॉन्चर भी शामिल हैं जो इजरायल पर हमले के लिए इस्तेमाल हो रहे थे।
ईरान ने यूएन में दर्ज कराई शिकायत
इजरायल के इस हमले के बाद ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से इजरायल की आक्रामक गतिविधियों पर चर्चा की मांग की है। ईरान के यूएन राजदूत आमिर सईद इरावानी ने 15 सदस्यीय परिषद को औपचारिक पत्र भेजकर इजरायल की कार्रवाई के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। ईरान ने इस हमले को क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया और चेतावनी दी है कि किसी भी तरह की आक्रामकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बताया ऐतिहासिक मोड़
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नसरल्लाह की हत्या को एक ऐतिहासिक मोड़ करार दिया है। उन्होंने कहा कि इससे मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन बदल सकता है। साथ ही उन्होंने आने वाले दिनों को चुनौतीपूर्ण बताया और क्षेत्र में और भी बड़े हमलों की संभावना को लेकर चेतावनी दी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नसरल्लाह की मौत को न्याय का दिन बताया है। वहीं, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर इस ऑपरेशन का समर्थन करने का आरोप लगाया है, जिसमें नसरल्लाह के अलावा कई अन्य लोग भी मारे गए हैं।
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नया नेता चुनने की चुनौती
नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह को एक नए नेता की तलाश है। यह संगठन 42 वर्षों के अपने इतिहास में अब तक के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है। संगठन ने पुष्टि की है कि नसरल्लाह की मौत के बाद एक नए प्रमुख को चुनने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह पर और हमले करने की चेतावनी दी है। शीर्ष इजरायली अधिकारियों ने कहा है कि अगर हिजबुल्लाह की ओर से गोलाबारी जारी रही, तो लेबनान में गाजा की तबाही की तरह ही हालात हो सकते हैं। इससे और अधिक विस्थापन की चिंता बढ़ गई है। इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा है कि यह युद्ध अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है और इसका असर पूरे मध्य पूर्व में देखने को मिलेगा।
ईरान-अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने की आशंका
रूस के विदेश मंत्री ने इस हमले को लेकर चिंता व्यक्त की है और कहा कि नसरल्लाह की हत्या का उद्देश्य ईरान और अमेरिका को व्यापक युद्ध में धकेलना हो सकता है। रूस ने इस पूरे घटनाक्रम को क्षेत्रीय शांति के लिए एक बड़ा खतरा बताया है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। इजरायल द्वारा किए गए इस हवाई हमले के बाद मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहे इस संघर्ष के और अधिक विकराल रूप लेने की आशंका है, जिससे पूरे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ सकती है। अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह संघर्ष किस दिशा में जाता है और क्या क्षेत्रीय शांति बहाल हो पाएगी या नहीं।