इजरायल और फिलिस्तीन एक बार फिर से आमने-सामने हैं। वही अमेरिकी विदेश मंत्री एटंनी ब्लिंकन ने कहा, कि पीड़ितों में अमेरिकी नागरिक भी शामिल हो सकते हैं।
Israel-Palestine Conflict: शनिवार को गाजा पट्टी से आतंकी समूह हमास द्वारा इस्राइल पर दागे गए पांच हजार रॉकेट के बाद से ही क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दावा किया है कि इजराइल पर हमास के हमलों में मारे जाने वाले और बंधक बनाए गए लोगों में कई अमेरिकी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा “हमने बंधकों को लेकर कई रिपोर्टें देखी हैं। हम उन्हें वेरिफाई करने की कोशिश कर रहे है। अगर कहीं भी किसी भी अमेरिकी को हिरासत में लिया गया है तो, उन्हें बचाना हमारी प्राथमिकता होगी।”
इस्राइल के लिए चुनौती भरा समय है…
ब्लिंकन ने कहा कि यह इस्राइल के लिए चुनौती भरा समय है। हम इस आतंकवादी कृत्यों का विरोध करते हैं। जो हुआ है उसके लिए जवाबदेही हो। इस वक्त इस्राइलियों के लिए निर्णय लेना बेहद कठिन हो रहा है। साथ ही उन्होंने ने कहा कि 50 साल पहले 1973 में योम किप्पुर युद्ध के बाद से यह इस्राइल पर सबसे खतरनाक हमला है। मैं अटकलें नहीं लगाना चाहता, काल्पनिक बातों में नहीं पड़ना चाहता।
‘हमले तेज करेगा हमास’
इस बीच इजराइली सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद चरमपंथी समूह हमास का एक और चौंकाने वाला बयान सामने आया है। हमास ने घोषणा की है कि वह युद्ध को और तेज करेगा और जंग वेस्ट बैंक और लेबनान तक फैल जाएगी।
इजराइल में 18 हजार भारतीय, सभी सुरक्षित…
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक, इजराइल में 18,000 भारतीय रह रहे हैं। फिलहाल सभी सुरक्षित हैं। इजराइल पहुंचे भारतीय पर्यटकों ने दूतावास से सुरक्षित निकाले जाने की अपील की है। वहीं, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और यूक्रेन ने उनके नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। दूसरी तरफ, नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा है कि उनके देश के 11 स्टूडेंट मारे गए हैं, जबकि 4 स्टूडेंट घायल हैं। नेपाल के विदेश मंत्री के मुताबिक, उनके 17 छात्र किबुत्ज इलाके में थे। जहां हमास ने फायरिंग की।
दुश्मनों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी: PM नेतन्याहू
मृतकों और बंधकों की बढ़ती संख्या तथा हमले के प्रति धीमी प्रतिक्रिया ने एक बड़ी विफलता की ओर इशारा किया और लंबे समय से चली आ रही उस धारणा को कमजोर कर दिया कि दशकों से नियंत्रित छोटे और घनी आबादी वाले क्षेत्र में इजराइल की चप्पे-चप्पे पर निगरानी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि देश युद्ध लड़ रहा है, और दुश्मनों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने आगाह किया कि इस युद्ध में वक्त लगेगा।
क्या है मामला?
इस्राइल ने शनिवार की सुबह अपने दक्षिणी हिस्सों में गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास द्वारा हवाई, जमीन और समुद्र से एक आश्चर्यजनक मल्टीफ्रंट हमला देखा। इस हमले में अब तक इस्राइली सैनिकों सहित 600 से अधिक लोग मारे गए हैं और 2,000 से अधिक घायल हुए हैं। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है जवाबी कार्रवाई में इस्राइल ने गाजा पट्टी में 300 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है। इश दौरान लगभग 1,500 लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
इजराइल के समर्थन में भारत…
हमास के हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, यूक्रेन और भारत सहित दुनिया के कई देशों ने इजराइल का खुलकर समर्थन किया है। वहीं, ईरान, सऊदी अरब और कतर फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं, जबकि चीन, तुर्किये और रूस ने किसी का पक्ष नहीं लिया है।