Manipur Violence: बीते साल मणिपुर में भड़की हिंसा की वजह से केंद्र की मोदी सरकार को विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ा था.मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा से कई लोगों को अपनी जान गंवान पड़ी तो वहीं लोगों को अपना घर छोड़कर आश्रय स्थल में रहने का सहारा लेना पड़ा.लोकसभा चुनाव के बाद 9 जून को पीएम नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार अपने मंत्रिमंडल के साथ प्रधानमंत्री पद की शपथ ली.इस बीच शपथ के बाद सभी महत्वपूर्ण विभागों को बीजेपी ने अपने पास ही रखे जिसमें से सबसे महत्वपूर्ण गृह विभाग की जिम्मेदारी एक बार फिर अमित शाह को मिली।
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मणिपुर के हालात पर गृह मंत्री की महत्वपूर्ण बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री मणिपुर के ताजा हालातों को लेकर सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की.इस बैठक में मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह के साथ-साथ असम राइफल और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे.बैठक में अमित शाह ने अधिकारियों के साथ राज्य के मौजूदा हालातों पर चर्चा की जिसमें कई बड़े-बड़े अधिकारी शामिल हुए लेकिन राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह नजर नहीं आए।आपको बता दें कि,मणिपुर के हालातों पर गृह मंत्री की ये बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि रविवार को मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने गृह मंत्री से मुलाकात की थी।
राहत शिविरों की स्थिति की भी की समीक्षा
मणिपुर में साल 2023 से अब तक रुक-रुक कर हिंसा होती रही है.यहां पर जातीय संघर्ष भड़कने के बाद आए दिन आगजनी और उपद्रव की खबरें मीडिया की सुर्खियां बनती रही हैं जिसके कारण केंद्र की मोदी सरकार को विपक्ष के विरोध का भी सामना करना पड़ा है.3 मई 2023 से अब तक यहां पर कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों की जान जाने के साथ कई सुरक्षाकर्मियों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी है।गृह मंत्री ने राज्य को लेकर की गई इस बैठक में राहत शिविरों की स्थिति की समीक्षा की और भोजना,पानी,दवाइयों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के उचित प्रबंधन के लिए निर्देश दिया है।
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मोहन भागवत ने मणिपुर के हालातों पर जताई थी चिंता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मणिपुर के हालातों पर बैठक को लेकर कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं.इस बैठक को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने 10 जून को मणिपुर के हालातों को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए.आरएसएस प्रमुख ने कहा था एक साल से मणिपुर शांति का इंतजार कर रहा है…इस मुद्दे को प्राथमिकता देनी चाहिए.नागपुर में आरएसएस प्रशिक्षु की सभा को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा,मणिपुर पिछले एक साल से शांति का इंतजार कर रहा है.10 साल पहले मणिपुर में शांति थी ऐसा लगा था था वहां बंदूक कल्चर खत्म हो गया है लेकिन राज्य में अचानक हिंसा देखने को मिल रही है।