Telegram News: सोशल मीडिया ऐप्स की दुनिया में टेलीग्राम (Telegram) ने खुद को एक मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित कर लिया है। हालांकि, जहां अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ज्यादातर मनोरंजन और संवाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है, वहीं टेलीग्राम तेजी से जुर्म और अपराध की दुनिया का केंद्र बनता जा रहा है। “न्यूयॉर्क टाइम्स” की हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि टेलीग्राम पर अपराधी तत्वों की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं, जिसमें फेक न्यूज, बच्चों का यौन शोषण, आतंकवाद, और अवैध धंधे धड़ल्ले से हो रहे हैं। इसके साथ ही, साइबर ठग भी इस प्लेटफॉर्म का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं।
नीट पेपर लीक और सरकारी एग्जाम्स पर छाया था संकट
टेलीग्राम पर अपराध का दायरा बढ़ने के कई उदाहरण सामने आए हैं। हाल ही में सुर्खियों में आए नीट पेपर लीक (Neet Paper Leak) मामले ने कई सवाल खड़े किए थे। यह पेपर भी टेलीग्राम पर ही लीक हुआ था। इसके अलावा, कई सरकारी परीक्षाओं के पेपर भी टेलीग्राम पर लीक हो चुके हैं, जिससे परीक्षाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं, स्टार हेल्थ के लाखों ग्राहकों का डेटा भी इसी प्लेटफॉर्म पर लीक कर दिया गया था।
अपराधियों के लिए स्वर्ग बनता जा रहा टेलीग्राम

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, टेलीग्राम अब अपराधियों के लिए एक सुरक्षित और आसान माध्यम बन चुका है। रिपोर्ट में इसे “अपराध की दुनिया का सीवर” करार दिया गया है। यह प्लेटफॉर्म अब चाइल्ड पोर्नोग्राफी(Child pornography), आतंकवादी हमले(Terrorist attacks), और नस्लवादी (Racist) टिप्पणियों का केंद्र बन गया है। 4 महीनों तक चली इस जांच में 16,000 चैनलों पर नजर रखी गई, जिनमें से 3.2 मिलियन मैसेज किए गए। रिपोर्ट में ऐसे कई चैनलों का जिक्र है जो अपराध की गतिविधियों में लिप्त हैं और यह खुलासे काफी चौंकाने वाले हैं।
बंदूक और ड्रग्स की हो रही खुलेआम बिक्री

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि टेलीग्राम पर बंदूक और ड्रग्स (Drugs) बेचने वाले चैनल आसानी से मिल जाते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, 20 से अधिक चैनल्स पर कोकीन, हिरोइन, और MDMA जैसे खतरनाक ड्रग्स का कारोबार किया जा रहा है। इसके अलावा, 2 दर्जन से ज्यादा चैनल्स पर अवैध रूप से हथियारों की बिक्री होती है। इतना ही नहीं, नकली ATM कार्ड, फर्जी दस्तावेज और गैरकानूनी वीडियो भी इस प्लेटफॉर्म पर आसानी से उपलब्ध हैं।
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आतंकवादी हमलों की प्लानिंग और लाइव स्ट्रीमिंग
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी संगठन हमास (Hamas terrorist organization) ने 7 अक्टूबर 2024 को इजराइल (Israel) पर हमला करने की पूरी प्लानिंग टेलीग्राम पर की थी। हमास ने ढाई घंटे तक इस हमले की लाइव स्ट्रीमिंग भी टेलीग्राम के माध्यम से की, जिसे पूरी दुनिया ने देखा। इस आतंकी हमले की वीडियोज़ को लोगों ने टेलीग्राम से डाउनलोड करके अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी शेयर किया, जिससे आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा मिला।
साइबर अपराधियों का बढ़ता खतरा

टेलीग्राम पर साइबर अपराधियों (Cybercriminals) की गतिविधियां भी बढ़ती जा रही हैं। साइबर ठग इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके लोगों को फर्जी ऑफर्स, डील्स, और स्कैम्स में फंसाते हैं। बैंकिंग फ्रॉड (Banking Fraud) और फर्जी निवेश योजनाओं के लिए टेलीग्राम एक आदर्श मंच बन चुका है, जहां ठगी के शिकार लोग तेजी से फंस रहे हैं।
सुरक्षा के दावे हुए खोखले
टेलीग्राम हमेशा से सुधार के दावे करता रहा है, लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट ने इसके दूसरे पहलू को उजागर किया है। यह प्लेटफॉर्म क्रिमिनल एक्टिविटीज़ का एक अड्डा बनता जा रहा है, जो दुनिया भर में सुरक्षा के लिए खतरा बनता जा रहा है। हालांकि, टेलीग्राम ने समय-समय पर अपने प्लेटफॉर्म को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाने की बात कही है, लेकिन अपराधियों के लिए यह अब भी एक सुरक्षित ठिकाना बना हुआ है।
टेलीग्राम (Telegram) पर बढ़ती क्रिमिनल एक्टिविटीज़ चिंता का विषय है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह प्लेटफॉर्म मनोरंजन और संवाद के बजाय अपराधियों और आतंकियों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बनता जा रहा है। इसे रोकने के लिए न केवल टेलीग्राम को अपने सुरक्षा उपायों को और सख्त करना होगा, बल्कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को भी इस पर कड़ी नजर रखनी होगी।