Ambedkar Nagar: अम्बेडकरनगर जनपद की तहसील टाण्डा थाना क्षेत्र इब्राहिमपुर ग्राम नेपुरा जलालपुर में एक दिल दहलाने वाली कहानी सामने आई है,जहां एक महिला सिंदू अपने पति की मौत के बाद अपने अधिकारों के लिए बीते दो वर्ष से संघर्ष करी रही हैं लेकिन कहीं से उसे न्याय नही मिल पा रहा है।सिंदू का विवाह साल 1999 में बाल अवस्था में रामगरीब से हुआ था, जब वह पढ़ाई कर रही थी।सिंदू उस समय बीएड की पढ़ाई कर रही थी तभी 2008 में उनके पति रामगरीब के साथ सिंदू की विदाई कर दी गई लेकिन सिंदू ने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी।
न्याय के लिए दर-दर भटक रही पीड़िता

सिंदू का आरोप है कि,उनके पति का किसी सुरेखा नाम की महिला से नाजायज संबंध था। जो सिंदू के पति की मौत की जिम्मेदार है।सिंदू का आरोप उक्त सुरेखा नाम की महिला एक दबंग और लालची किस्म की महिला है, जिसका एक पूर्व प्रधान जो काफी दबंग किस्म का व्यक्ति है और पूर्व प्रधान सुरेखा कि देखभाल भी करता है और हर जगह सुरेखा का सहयोग भी करता है। सिंदू का आरोप है उस दबंग महिला सुरेखा ने सिंदू के पति को प्रॉपर्टी के लालच में अपने दबंग सहयोगियों के साथ मिलकर सिंदू के पति के शराब में जहरीला पदार्थ मिलाया था जिससे उनके पति की मौत हो गई थी।
पुलिस को सूचना देकर की दबंग महिला की शिकायत
यही नहीं आनन-फानन में सिंदू के पति मृतक रामगरीब के शव को बिना कपड़ों के अंतिम संस्कार के लिये ले जाया जा रहा था उस समय सिंदू ने पुलिस को सूचना देकर बताया जिसके बाद पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।वहीं सुरेखा जो स्वर्गीय रामगरीब के मौत की जिम्मेदार थी।
सिंदू का आरोप है फंसने की डर से उक्त दबंग महिला अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेर बदल करवा दिया था जिससे वह बच गई।जिसके बाद सुरेखा बिना विवाह के सिंदू के पति मृतक रामगरीब से सिर्फ नाजायज संबंध के बलपर अपने सहयोगियों की मदद से मृतक रामगरीब के घर पर पत्नी बनकर कब्जा कर बैठ गई है और प्रापर्टी के लालच में रजिस्टर पर अपना नाम चढ़वा लिया जबकि रीति-रिवाज से सिंदू का विवाह स्वर्गीय रामगरीब पुत्र स्वर्गीय पंडोही से बाल अवस्था में सिंदू से हुआ था।
उच्चाधिकारियों से भी लगा चुकी न्याय की गुहार

सिंदू का कहना है वो जनपद के सभी उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगा कर थक चुकी है, लेकिन अभी तक उन्हें कहीं से न्याय की कोई उम्मीद नहीं दिखाई पड़ी।बुधवार दिनांक 19 फरवरी 2025 को सिंदू ने उपजिलाधिकारी डॉक्टर शशिशेखर से न्याय की गुहार लगाई है।अब यह देखना बाकी है सिंदू को कब और कैसे कहां से न्याय मिलता है जिससे उनका और उनके बेटे का भविष्य सुधर सकेगा। हालांकि सिंदू का आरोप है पोस्टमार्टम के बाद बिसरा रिपोर्ट में उनके पति की मौत का कारण स्पष्ट है लेकिन जो उन्हें अब तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।