Maha Kumbh 2025:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद पहली बार प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने संतों की कड़ी मेहनत और धैर्य की सराहना की, जिन्होंने इस हादसे के बावजूद शांतिपूर्वक कार्य किया और स्थिति को नियंत्रित किया। सीएम योगी ने इस दुर्घटना को याद करते हुए कहा कि, “जो कुछ महान आत्माएं हादसे में शिकार हुईं, उनकी याद हम सभी के दिलों में हमेशा रहेगी। लेकिन संतों ने धैर्य और साहस का परिचय दिया और स्थिति को सही दिशा में ले जाने में मदद की।”

उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने सनातन धर्म के विरोध में काम करने का प्रयास किया, उन्होंने यह उम्मीद की थी कि हमारी संतों का धैर्य टूट जाएगा, लेकिन संतों ने धैर्य बनाए रखा और इस मुश्किल समय में भी धर्म के आदर्शों को प्राथमिकता दी। उन्होंने उन लोगों से सतर्क रहने की बात भी कही, जो धर्म के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं। सीएम योगी ने यह भी कहा कि जब तक संतों का सम्मान रहेगा, कोई भी सनातन धर्म को नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
सीएम ने संगम घाट का किया निरीक्षण
इसके अलावा, सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ नगर में त्रिवेणी संगम घाट का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने बसंत पंचमी स्नान के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का ध्यान रखें और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें।

महाकुंभ में यह समय बहुत महत्वपूर्ण होता है, जब लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने आते हैं। ऐसे में सीएम योगी का यह निरीक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण था। उन्होंने सुनिश्चित किया कि स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न हो, और हर व्यवस्था को समय पर पूरा किया जाए।सीएम ने इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद करते हुए सुनिश्चित किया कि सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चलें और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने विश्वास जताया कि इस वर्ष महाकुंभ के आयोजन में हर पहलू पर ध्यान दिया जाएगा और हर कार्य योजना के तहत सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा।