PM Modi UAE Visit: PM मोदी दो दिवसीय यात्रा के लिए संयुक्त अरब अमीरात पहुंच चुके है। जहां वो आज शाम को करीब साढ़े 4 बजे प्रधानमंत्री हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। वहीं उस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हो गया है। जिसके बाद PM नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं की सभा को संबोधित किए। बता दें कि PM मोदी ने अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में ‘अहलन मोदी’ कार्यक्रम में शामिल हुए भारतवंशी लोगों का अभिवादन नमस्कार’ कहकर किया।
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” कुछ वर्षों में लोगों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है”
वहीं अबू धाबी वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में पीएम मोदी ने कहा, -“भारत ग्लोबल इकानमी का सेंटर है, दुनिया आधुनिकता की तरफ जा रही है, आज विश्व को स्मार्ट सरकार की जरूरत है, देश के पास नए अवसर हैं, बहुत जल्द भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, भारत आज सोलर एरिया में भी काम कर रहा है, कार्बन के एरिया में भी हमारी सरकार काम कर रही है। इसके बाद इस शिखर सम्मेलन में उन्होनें आगे कहा कि- ” दुबई वैश्विक अर्थव्यवस्था, वाणिज्य और प्रौद्योगिकी का केंद्र बन रहा है, यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद दूरदर्शी और दृढ़संकल्प वाले नेता हैं ।”भारत में पिछले कुछ वर्षों में लोगों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है।”
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“पिछले कुछ साल से उनका मंत्र ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ रहा है
इस दौरान PM मोदी ने नई चुनौतियां का जिक्र करते हुए कहा कि -“आतंकवाद विभिन्न रूपों में मानवता के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर रहा है, जलवायु से संबंधित चुनौतियां बढ़ रही हैं, एक तरफ घरेलू चिंताएं हैं, दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था अस्त-व्यस्त है, दुनिया में आज ऐसी सरकारों की जरूरत है जो समावेशी हों और भ्रष्टाचार से मुक्त हों, उन्होंने कहा कि पिछले कुछ साल से उनका मंत्र ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ रहा है।”
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“आज हम 21वीं सदी में हैं”
इसके अलवा भी स्वास्थ्य सुरक्षा हो, जल सुरक्षा को लेकर PM मोदी ने कहा कि-“आज हम 21वीं सदी में हैं। एक तरफ दुनिया आधुनिकता की तरफ बढ़ रही है तो पिछली सदी से चले आ रहे चैलेंजेस भी उतने ही व्यापक हो रहे हैं। खाद्य सुरक्षा हो, स्वास्थ्य सुरक्षा हो, जल सुरक्षा हो, ऊर्जा सुरक्षा हो, शिक्षा हो, समाज को समावेशी बनाना हो, हर सरकार अपने नागरिकों के प्रति अनेक दायित्वों से बंधी हुई है।” पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं मानता हूं कि सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए और सरकार का दबाव भी नहीं होना चाहिए। बल्कि मैं तो ये मानता हूं कि लोगों की जिंदगी में सरकार का दखल कम से कम हो, ये सुनिश्चित करना भी सरकार का काम है।”