फरीदाबाद संवाददाता- MANOJ
फरीदाबाद: हरियाणा प्रदेश के नवनियुक्त डीजीपी शत्रुजीत कपूर आज फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर पहुंचे जहां प्रोटोकॉल के अनुसार पुलिस के जवानों की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी । इस मौके पर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर राकेश आर्य ने उनकी अगुवाही की जहां जिले के तमाम डीसीपी एसीपी रैंक के तमाम अधिकारी मौजूद रहे । आल्हा अधिकारियों के साथ मीटिंग लेने के बाद डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने पत्रकारों के साथ अपने विजन को लेकर विचार सांझा किया और पत्रकारों के प्रश्नों के जवाब भी दिए ।
पत्रकारों द्वारा साइबर क्राइम में टेलीकॉम…
गौर तलब है, कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर फरीदाबाद जिले के पुलिस कमिश्नर पद पर भी रह चुके हैं जिसके चलते उन्हें फरीदाबाद की पूरी भूगोलीय व्यवस्था की जानकारी पहले से ही है। पत्रकारों द्वारा साइबर क्राइम में टेलीकॉम कंपनियों की इंवॉल्वमेंट को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि साइबर क्राइम को लेकर टेलीकॉम कंपनियां को दोषी ठहरना उचित नहीं क्योंकि 140 करोड़ देशवासी टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क को इस्तेमाल करता है।
जगह-जगह फ्लाईओवर बन चुके…
इसमें टेलीकॉम कंपनियों को भी मालूम नहीं की कौन गलत लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि समय-समय पर बड़े-बड़े केसों को सुलझाने में टेलीकॉम कंपनियां पुलिस को सहयोग देती हैं । शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और जाम लगने को लेकर डीजीपी ने कहा कि पहले के मुकाबले हमारे पास डबल फोर्स है और अब जगह-जगह फ्लाईओवर बन चुके हैं जिसके चलते अब उतने पुलिस फोर्स की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन फिर भी ऐसे बिंदु है जहां लोगों का आवा जहा जहां लगभग बहुत रहता है, ऐसी जगह पर हम व्यवस्था ठीक करने पर विचार कर रहे हैं। नूह जो हिंसा पर हो रही कार्रवाई के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि नूह समेत आसपास के जिलों में बहुत सी फिर दर्ज हुई है और बहुत से लोग गिरफ्तार भी हुए हैं और इस पर लगातार काम किया जा रहा है।
पत्रकारों ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की वहीं काबिले तारीफ…
सड़कों में बने गड्डों के चलते जान गवाने वाले लोगों को लेकर नगर निगम अधिकारियों पर दर्ज फिर मामलों पर गिरफ्तारी नहीं होने के सवाल पर डीजीपी ने कहा की गड्डों को लेकर अधिकारियों पर क्रिमिनल केस के तहत कार्रवाई नहीं बनती जबकि सिविल नजरिए से पीड़ितों को मुआवजे का प्रावधान जरूर बनता है लेकिन फिर भी इस पर कानूनी राय ली जाएगी । पत्रकारों ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की वहीं काबिले तारीफ है लेकिन बहुत से पुलिसकर्मी नशा तस्करों से पैसा लेकर आंख मूंदकर बैठे हैं इस पर डीजीपी ने कहा कि बिना सबूत कार्यवाही करना मुश्किल होता है इसलिए यदि आपके संज्ञान में कोई मामला है तो उसे टोल फ्री नंबर पर आप सूचित करें उसे पर उचित कार्रवाई होगी ।