अलीगढ़ संवाददाता- लक्ष्मन सिंह राघ…
Aligarh News: प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सेवाओं के दावे उस वक्त धराशाई हो। जब दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में एक खून से लथपथ मरीज उपचार कराने के लिए पहुंचा था। जहां पैर से लहूलुहान मरीज को टूटे हुए स्ट्रेचर पर लिटाकर इमरजेंसी में उपचार कराने के लिए लेकर जा रहे थे। तभी टूटे हुए स्ट्रेचर से मरीज जमीन पर नीचे गिरते हुए और ज्यादा घायल हो गया। स्ट्रेचर से जमीन पर गिरने के बाद मरीज दर्द से तड़पता रहा। लेकिन अस्पताल की इमरजेंसी में जमीन पर इलाज के अभाव में पड़े मरीज की मदद के लिए अस्पताल स्टाफ मौजूद नहीं था।
जमीन से उठाकर दोबारा टूटे हुए स्ट्रेचर पर लिटाया…
बता दे कि टूटे हुए स्ट्रेचर से जमीन पर घायल पड़े मरीज को दर्द से तड़पते हुए देख उपचार करने पहुंचे दो युवक मौके पर पहुंचे और जमीन पर खून से लथपथ पड़े मरीज को दोनों युवकों की मदद से जमीन से उठाकर दोबारा टूटे हुए स्ट्रेचर पर लिटाया। इस दौरान अस्पताल की इमरजेंसी में घट रहे घटनाक्रम को मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति द्वारा घटना का वीडियो अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया और प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं ओर जिला प्रशासन को आईना दिखाते हुए वीडियो वायरल कर दिया। जो वायरल वीडियो प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलने के लिए काफी है।
उपचार को ले जाते वक्त टूटा स्ट्रेचर…
जानकारी के अनुसार अलीगढ़ क्वार्सी थाना क्षेत्र के रामघाट रोड स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय की इमरजेंसी का 28 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी के साथ वायरल हो रहा है। जो वायरल वीडियो 8 दिसंबर की दोपहर का बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि पैर से लहूलुहान घायल मरीज को उपचार के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय के इमरजेंसी पर लाया जाता है। घायल मरीज को अस्पताल में टूटे हुए स्ट्रेचर पर लिटाकर इमरजेंसी में उपचार को ले जाते वक्त टूटे हुए स्ट्रेचर से मरीज जमीन पर गिर जाता है।
अस्पताल स्टाफ मौके पर मौजूद नहीं…
इस दौरान करीब ढाई फीट की ऊंचाई से जमीन पर गिरने के बाद मरीज दर्द से तड़पता रहता है। लेकिन अस्पताल की इमरजेंसी में घायल मरीज की मदद ओर उसको जमीन से उठने के लिए अस्पताल स्टाफ मौके पर मौजूद नहीं होता है। ओर न ही कोई स्वास्थ्य कर्मी मरीज को उठाने के लिए नहीं पहुंचता है। इस दौरान टूटे हुए स्ट्रेचर के पास जमीन पर पड़े घायल मरीज को देख अस्पताल में उपचार करने पहुंचे दो युवक इलाज के अभाव में दर्द से तड़प रहे मरीज के पास पहुंचते हैं। ओर मौके पर पहुंचे दोनों युवकों की मदद से बदहाल हालत में टूटे पड़े हुए स्ट्रेचर को ठीक करते हुए जमीन पर दर्द से तड़प रहे लहूलुहान पड़े युवक को उठाकर दोबारा उसी टूटे हुए स्ट्रेचर पर लिटाया गया।
मौत का जिम्मेदार अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ होगा…
इस दौरान घटना को देख वीडियो बना रहा व्यक्ति वीडियो में बोलते हुए पूछ रहा है। कि क्या अस्पताल की इमरजेंसी में कोई अस्पताल स्टाफ नहीं है मरीज स्ट्रेचर से नीचे गिर गया है। उठाने वाला कोई नहीं है। कोई नर्स नहीं कोई अस्पताल स्टाफ नहीं हैं। देखिए क्या हाल है। घायल मर गया। तो इसकी मौत का जिम्मेदार कौन होगा। वही व्यक्ति कह रहा है कि इसकी मौत का जिम्मेदार अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ होगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी का टूटे हुए स्ट्रेचर से मरीज के जमीन पर गिरने के बाद वायरल वीडियो को लेकर कहना है, कि वायरल वीडियो का प्रकरण अभी उनकी संज्ञान में आया है। इसको लेकर उनके द्वारा एक कमेटी गठित करते हुए जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।