भगवान श्रीकृष्ण ने पैदा होते ही सृष्टि को अपनी तरह-तरह की लीलाओं से आकर्षित कर लिया था। वही नटखट अदाओं से भी बृजवासियों का दिल जीत लिया था। बाल स्वरूप में उन्होंने जहां अधर्मियों को पढ़ाया वहीं माखन चोरी कर और मटकियां फोड़कर अपनी अटखेलिया से पूरे ब्रह्माण्ड के दिल में जगह बनाई।
वही मटकियां फोड़कर माखन खाने वाले श्रीकृष्ण को आगर आप किसा कारण 56 चीजें नहीं अर्पित कर सकते तो उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाकर कान्हा की कृपा पा सकते हैं।
पंजीरी
जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण को धनिया पंजीरी का भोग लगाएं। धनिया पंजीरी का भोग अर्पित करके आप कान्हा की कृपा पा सकते हैं। धनिया पंजीरी बनाने के लिए चीनी का बूरा, धनिया पाउडर, बारीक कटे बादाम, काजू, किश्मिश, नारियल, घी, मखाना और इलायची पाउडर की जरुरत पड़ेगी।
माखन
कृष्ण का नाम आते ही माखन जरूर याद आता है। लड्डू गोपाल को माखन खाना अति प्रिय है, इसलिए जन्माष्टमी के दिन उन्हें माखन जरूर अर्पित करें।
पंचामृत
कृष्ण जी की पूजा में आप पंचामृत का भोग लगा सकते हैं। माना जाता है कि पंचामृत के बिना जन्माष्टमी का पूजा अधूरी मानी जाती है। इसे बनाने के लिए दूध, दही, घी, गंगाजल और शहद लें और सारी चीजों को मिक्स कर लें। पंचामृत में तुलसी डालना बिल्कुल भी न भूलें।
खीर
मुरलीधर श्री कृष्ण कन्हैया को चालव बेहद पसंद है। यशोदा मां कृष्ण जी को चावल से बनी खीर खिलाया करती थी। तो अगर आप भी कान्हा की कृपा पाना चाहते हैं तो उन्हें जन्माष्टमी के दिन खीर का भोग जरूर लगाएं। कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा में माखन-पंजीरी के अलावा खीरा का भी विशेष महत्व है, इसलिए शुभ फलों की प्राप्ति के लिए जन्माष्टमी की पूजा में खीरे को भी जरूर डालें।
मिश्री
श्रीकृष्ण को मिश्री का भोग जरुर लगाएं। मान्यताओं के अनुसार श्रीकृष्ण को मिश्री अर्पित करने से जिंदगी में मिठास आती है। मान्यताओं के अनुसार, मां यशोदा कान्हा को माखन में मिसरी डालकर खिलाया करती थी। इसलिए जन्माष्टमी की पूजा में इसका इस्तेमाल करना बेहद शुभ माना जाता है।