डायबिटीज आज के समय में एक आम बिमारी हो गई है, इस बिमारी की समस्य आजकल काफी बढ़ती जा रही है, और समस्या गलत खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादा हो रही है। डायबिटीज के मरीजों के लिए हेल्दी फूड की बहुत जरूरत है, साथ ही डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए उनको कुछ खास चीजों का भी सेवन करना चाहिए।
Health: डायबिटीज को ‘साइलेंट किलर डिजीज’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसका मतलब है कि यह रोग शरीर को अंदर ही अंदर खोखला करती जाती है। डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है। एक बार लग जाने के बाद ताउम्र साथ रहती है। यह बीमारी रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने से होती है। बता दे कि डायबिटीज रोगियों में हृदय रोग, आंखों, तंत्रिकाओं के साथ किडनी-लिवर की गंभीर बीमारियों का खतरा काफी अधिक हो सकता है। आज हम आपको डायबिटीज़ को कंट्रोल करने के कुछ उपाय बताएगें।
मेथी:
आप अपने खाने में मेथी जरूर शामिल करें। मेथी के दानों से उच्च रक्त शर्करा के स्तर को कम किया जा सकता है। इसमें फ़ाइबर और सैपोनिन होते है, जो कार्बोहाइड्रेट को पचाने और अवशोषण दोनों को धीमा कर देता है। आप खाने से पहले 5 ग्राम मेथी के दाने खा लें इससे ब्लड शुगर को कम किया जा सकता है।
गिलोय:
गिलोय, उन औषधियों में से एक है, जिसका प्रयोग वर्षों से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता रहा है। इम्युनिटी पावर बढ़ाने के साथ ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में गिलोय से लाभ मिल सकता है। आयुर्वेद के अलावा मेडिकल साइंस ने भी अध्ययनों में पाया कि गिलोय का सेवन इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने, रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल में लाभकारी हो सकता है। गिलोय की पत्तियों के पाउडर को भी टाइप-2 डायबिटीज वाले लोगों के लिए काफी कारगर प्रभावों वाला पाया गया है।
काले चने:
चने हमारी बॉडी के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसी प्रकार काले चने खाने से बॉडी में शुगर लेवल मेंटेन रहता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ये शुगर को कंट्रोल करने में बेहद असरदार है। चने में मौजूद हाई प्रोटीन एसिडिटी को दूर करता है। साथ ही ये हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा चने में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है।
15 मिनट वज्रासन करें:
दिनभर की थकान और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए आप सोने से पहले 15 मिनट वज्रासन कर सकते हैं। इससे डायबिटीज को मैनेज करने के साथ-साथ ब्लड फ्लो में भी सुधार होता है।
तुलसी:
तुलसी प्रतिरक्षा में सुधार करती है, और शरीर को मजबूत बनाती है। पोषण विशेषज्ञ इस बात पर भी प्रकाश डालते हैं, कि तुलसी रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकती है। तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकते हैं। तुलसी को मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी जाना जाता है।
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आंवला:
आंवला शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। विटामिन-सी से भरपूर होने के कारण ये प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए तो फायदेमंद है, ही साथ ही रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में भी आंवला खाने से लाभ मिलता है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर है, जो अग्न्याशय के कार्यों को बेहतर बनाने और इंसुलिन स्राव को बढ़ाने में मदद करता है।
अमरूद:
अमरूद में भी खूब फाइबर होता है। इससे कब्ज से भी लड़ने में मदद मिलती है। डायबिटीज के मरीजों को अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है। यह एक बढ़िया स्नैक्स साबित हो सकता है। इसके अलावा पपीता, चेरीज, तरबूज, हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, कद्दू के बीज भी डायबिटीज के मरीजों को खाना चाहिए. इसके अलावा रोजाना एक्सरसाइज भी करनी चाहिए।
करेला:
डायबिटीज में सब्जियों के चयन को लेकर परेशान रहते हैं तो इसमें करेला आपके लिए सबसे फायदेमंद विकल्प हो सकता है। लंबे समय से आयुर्वेद में इसका मधुमेह रोधी गुणों के लिए उपयोग किया जाता रहा है। मेडिकल साइंस ने शोध में पाया कि करेला में पॉलीपेप्टाइड-पी नामक इंसुलिन जैसा यौगिक होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है।
जामुन:
डायबिटीज में जामुन काफी फायदेमंद होता है. रिसर्च के मुताबिक जामुन के बीज अग्न्याशय से इंसुलिन को निकालने में मदद करते हैं। ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने के लिए आप जामुन जरूर खाएं। डायबिटीज के मरीज को रोज जामुन खानी चाहिए। आप रोज 10 ग्राम जामुन के बीज का पाउडर बनाकर भी खा सकते हैं। इससे आपको डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।