Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली आबकारी नीति घोटाले मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. बीते दिन आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पीएम आवास का घेराव करने के लिए सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी थी. इसके साथ ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पांच बसों में भरकर अलग-अलग थाने ले गए. पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस, विधायक सोमनाथ भारती और दिल्ली की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़ला को पुलिस ने हिरासत में लिया था.
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दिल्ली हाई कोर्ट में लगी याचिका पर सुनवाई

बता दे कि आज अरविंद केजरीवाल की हिरासत के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में लगी याचिका पर सुनवाई है. एक ओर जहां सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर आप कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर रहे है, वहीं दूसरी ओर सीएम के तौर पर केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा सहित पार्टी के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया.
हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा
आपको बता दे कि सीएम केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी थी, लेकिन सुनवाई होने से ठीक पहले उन्होंने अपनी अर्जी वापस ले ली थी. दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए शनिवार को दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और तुरंत सुनवाई की मांग की थी. लेकिन होली की छुट्टियों की वजह से ऐसा नहीं हो सका. केजरीवाल ने अपनी याचिका में दलील दी कि उनकी गिरफ्तारी और हिरासत अवैध थी और वह तुरंत हिरासत से रिहा किए जाने के हकदार हैं. जस्टिस स्वर्ण कांता शर्मा की बेंच के सामने याचिका को सूचीबद्ध कर दिया गया है.
कब हुई थी सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी?

बताते चले कि 21 मार्च को सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद निचली अदालत ने उन्हें 28 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था. केजरीवाल इससे पहले 21 मार्च को गिरफ्तारी पर रोक की मांग को लेकर हाई कोर्ट पहुंचे थे. हाई कोर्ट के इनकार के कुछ घंटे बाद ही ईडी की टीम उनके आवास पर पहुंच गई थी और गिरफ्तार कर लिया. ईडी का कहना है कि आबकारी नीति भ्रष्टाचार के मामले में अरविंद केजरीवाल ही सरगना हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए उसका इस्तेमाल भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए किया.
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