Haryana Election Results: हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर इतिहास रचते हुए जीत की हैट्रिक पूरी कर ली है। इस चुनावी मैदान को भाजपा (BJP) के लिए मुश्किल माना जा रहा था, लेकिन पार्टी ने सारे एग्जिट पोल (Exit Poll) और अनुमानों को गलत साबित करते हुए बड़ी जीत हासिल की है। इन नतीजों ने न सिर्फ राजनीतिक पंडितों को चौंकाया, बल्कि हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण भी बना दिए।
Read more: Haryana Election Results: RSS की रणनीति से मिला भाजपा को बड़ा फायदा, हरियाणा में मिली बढ़त
नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में ऐतिहासिक जीत
भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत के पीछे पार्टी की रणनीति और नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) का नेतृत्व मुख्य भूमिका में नजर आता है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रति जनता में नाराजगी और एंटी इनकंबेंसी फैक्टर को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने मुख्यमंत्री बदलने का बड़ा फैसला लिया। नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री के रूप में पेश कर चुनावी मैदान में उतारा गया, और नतीजे इस फैसले की सफलता को साबित करते हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले सियासी दांव
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले ही मनोहर लाल खट्टर को हटाकर सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर एक बड़ा सियासी दांव खेला था। खट्टर 2014 से 2024 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को लगा कि खट्टर के प्रति जनता में नाराजगी और सत्ता विरोधी लहर भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
एंटी इनकंबेंसी पर रहा नियंत्रण
मार्च 2024 में भाजपा ने नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर राज्य में बड़ा सियासी बदलाव किया। इसके बाद खट्टर को करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया गया, जहां से उन्होंने जीत हासिल की और केंद्र में मंत्री बने। भाजपा के इस कदम से विधानसभा चुनाव में पार्टी को बड़ा फायदा हुआ। नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में एंटी इनकंबेंसी का प्रभाव कम हुआ और उन्होंने अपने छोटे कार्यकाल में कई जनहितैषी फैसलों के जरिए जनता का भरोसा जीता।
ओबीसी वोट बैंक ने दिया साथ
सैनी के मुख्यमंत्री बनने का एक और बड़ा फायदा भाजपा को ओबीसी वोट बैंक से मिला। हरियाणा में ओबीसी समुदाय की अच्छी-खासी संख्या है, और सैनी ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। इस कदम से भाजपा को जाट वोटर्स की नाराजगी को बैलेंस करने में मदद मिली। सैनी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाकर भाजपा ने ओबीसी और अन्य गैर-जाट मतदाताओं को साधने में सफलता हासिल की।
जाटों की नाराजगी पर भाजपा की रणनीति
हरियाणा की राजनीति में जाट समुदाय का प्रभाव हमेशा से अहम रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में किसान आंदोलन और पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के कारण जाट मतदाता भाजपा से नाराज थे। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में जाट मतदाता कांग्रेस के पक्ष में गोलबंद हो रहे थे। इस स्थिति को देखते हुए भाजपा ने गैर-जाट और ओबीसी मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें सैनी की भूमिका निर्णायक रही।
Read more: Haryana Election Results: हिसार सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी Savitri Jindal की ऐतिहासिक जीत
नायब सिंह सैनी बने नायक
हरियाणा चुनाव में भाजपा की इस शानदार जीत के नायक नायब सिंह सैनी रहे। पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया था, और उनके नेतृत्व में भाजपा ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी। चुनाव से पहले सैनी ने कहा था कि भाजपा राज्य में तीसरी बार सरकार बनाएगी और एग्जिट पोल के सारे अनुमान गलत साबित होंगे, और उनका यह दावा सही निकला। सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद हरियाणा में भाजपा की जीत ने यह साबित कर दिया कि पार्टी की रणनीति सही दिशा में थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नायब सिंह सैनी को इस बड़ी जीत के लिए टेलीफोन पर बधाई दी है।
Read more: AAP की जम्मू-कश्मीर चुनाव में ऐतिहासिक जीत,डोडा में BJP के उम्मीदवार को दी 4700 वोटों से शिकस्त
राजनीतिक विश्लेषकों को नतीजों ने चौंकाया
हरियाणा के चुनावी नतीजे एग्जिट पोल के बिल्कुल विपरीत साबित हुए हैं। अधिकांश एग्जिट पोल में कांग्रेस की बढ़त का दावा किया गया था, लेकिन नतीजों ने राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया। भाजपा की इस जीत ने न केवल हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण बनाए, बल्कि यह साबित किया कि राज्य में सत्ता विरोधी लहर और जाट समुदाय की नाराजगी के बावजूद भाजपा ने अन्य समुदायों को साधने में सफलता पाई है।
भाजपा की रणनीति
हरियाणा में भाजपा की इस जीत से पार्टी का मनोबल काफी बढ़ गया है। लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने की रणनीति और ओबीसी समुदाय पर ध्यान केंद्रित करने का कदम भाजपा के लिए सफल साबित हुआ है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री के रूप में अपने पूरे कार्यकाल के दौरान क्या नीतियां अपनाते हैं और राज्य को किस दिशा में ले जाते हैं। कुल मिलाकर, हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की इस जीत का जश्न बड़े उत्साह से मनाया जा रहा है।