प्रतापगढ़ संवाददाता- गणेश राय
प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा रामानुज आश्रम में संत तुलसीदास की जयंती धूमधाम से संगम लाल त्रिपाठी भंवर की अध्यक्षता में बनाई गई। एक कवि गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पंडित रामसेवक त्रिपाठी एडवोकेट लोकतंत्र रक्षक सेनानी प्रशांत जी उपस्थित रहे।
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पवित्र ग्रंथों की रचना किया
इस अवसर पर धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास ने श्री रामचरितमानस की पूजा अर्चना कर गोस्वामी जी को अपनी पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात कहा कि भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए जिन्होंने अपनी लेखनी के द्वारा अवधी भाषा में श्री रामचरितमानस विनय पत्रिका कवितावली गीतावली जानकी मंगल बरवै रामायण हनुमान वाहुक हनुमान चालीसा जैसे अनेक पवित्र ग्रंथों की रचना किया।
घर-घर राम की चर्चा ना होती
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का गुणानुवाद किया और श्री रामचरितमानस ऐसा ग्रंथ प्रदान किया कि आज शायद कुछ ही ऐसे घर होंगे नहीं तो सनातन धर्म को मानने वालों के घर में रामचरितमानस का पाठ जरूर होता है। गोस्वामी जी ना होते तो शायद घर-घर राम की चर्चा ना होती। आज गोस्वामी जी द्वारा रचित श्री रामचरितमानस भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सनातन धर्म के मानने वालों के गृह में पाया जाता है और उसकी पूजा होती है।
कविता एवं विचारों के माध्यम से प्रस्तुत किया
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर श्याम शंकर शुक्ला श्याम डॉक्टर शाहिदा आफताब जौनपुरी शिवानी मातनहेलिया गंगा पांडे भावुक कल्पना तिवारी डॉक्टर अरुण कुमार रत्नाकर विधि देव शुक्ला श्याम नारायण दुबे राही राम शिरोमणि ओझा रामनरेश पांडे अशोक कुमार दुबे रत्नेश द्विवेदी विनम्र देवेंद्र प्रकाश ओझा एडवोकेट रामचंद्र मिश्र राजाराम दुबे वीरेंद्र सोनी आदि ने गोस्वामी जी को एक महान पथ प्रदर्शक के रूप में अपने श्रद्धा सुमन कविता एवं विचारों के माध्यम से प्रस्तुत किया। संचालन सुरेश दुबे व्योम ने किया।