Ban On Onion Export: लोकसभा चुनाव से पहले भारत सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए प्याज निर्यात पर लंबे समय तक के लिए बैन लगा दिया है.पहले प्याज निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध की समय 31 मार्च तक के लिए थी. लेकिन इसे बढ़ा दी गई है. आगामी चुनाव से पहले ये बहुत ही चौंकाने वाला फैसला है और इसे चुनाव के मद्देनजर से ही देखा जा रहा है. देश में इस समय चुनावी माहौल है और चुनाव के लिए बहुत ही कम समय बचा है. ऐसे में सरकार नहीं चाहती कि प्याज की कीमत में बढ़ोतरी हो.
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विदेशी बाजारों को झटका
बहरहाल, सरकार के इस फैसले से विदेशी बाजारों के झटका लग सकता है. विदेशी बाजारों में प्याज की कीमतें आसमान छू सकती है. बता दे कि भारत प्याज का सबसे बड़ा निर्यातक है. केंद्र सरकार ने प्याज की बढ़ती हुई कीमतों को देखते हुए 2023 में इसके एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया था. इस प्रतिबंध की मियाद 31 मार्च, 2024 तक थी. प्रतिबंध लगने के बाद भारत में प्याज की कीमतें आधे से भी कम कीमत पर आ चुकी हैं.
इसके साथ ही सीजन की नई फसल भी बाजार में आने लगी है. इसके बाद ट्रेडर्स उम्मीद लगाए बैठे थे कि प्याज के निर्यात पर से प्रतिबंध हटाकर सरकार उन्हें खुशखबरी दे सकती है. लेकिन सरकार ने इसके ठीक उलट फैसला लेते हुए सभी को चौंका दिया. केंद्र सरकार ने शुक्रवार रात इस संबंध में एक आदेश जारी किया था. इसमें कहा गया है कि अगला आदेश आने तक प्याज के एक्सपोर्ट पर बैन जारी रहेगा.
एक्सपोर्ट करने वाली कंपनियों ने क्या कहा?
आपको बता दे कि प्याज का एक्सपोर्ट करने वाली कंपनियों ने इस फैसले को गैर जरूरी बताया है. उनका कहना है कि सप्लाई बढ़ने और कीमतें घटने के बावजूद प्याज के निर्यात को रोका जा रहा है. यह सही नहीं है. महाराष्ट्र में प्याज की थोक कीमतें 1200 रुपये प्रति क्विंटल तक नीचे आ चुकी हैं. दिसंबर में प्याज की कीमतें 4500 रुपये प्रति क्विंटल तक ऊपर चली गई थीं. बांग्लादेश, मलेशिया, नेपाल और संयुक्त अमीरात भारत से जाने वाले प्याज पर बहुत हद तक निर्भर रहते हैं.
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