G20 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18-19 नवंबर को आयोजित 19वें जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंचे। यह उनकी तीन देशों की यात्रा का दूसरा चरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्राजील यात्रा का आगाज बेहद भव्य तरीके से हुआ। भारतीय प्रवासी समुदाय ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। ब्राजीली वैदिक विद्वानों ने उनके सम्मान में वेद मंत्रों का जाप किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह दृश्य भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपरा का प्रतीक बन गया।
ब्राजील में ही है क्राइस्ट द रिडीमर की अनोखी प्रतीमा
ब्राजील में पीएम मोदी 18-19 नवंबर को आयोजित 19वें जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में वे दुनिया के बड़े नेताओं के साथ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। आपको बता दें कि ब्राजील केवल अपने मशहूर कार्निवाल, फुटबॉल की दीवानगी और अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी पहाड़ी पर स्थित दुनिया की सबसे बड़ी मूर्तियों में से एक क्राइस्ट द रिडीमर के लिए भी जाना जाता है। प्रभु यीशु की यह विशालकाय प्रतिमा, जिसमें वे दोनों हाथ फैलाकर शांति और करुणा का संदेश दे रहे हैं, पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित करती है।
कैसे आया क्राइस्ट द रिडीमर बनाने का विचार

ईसा मसीह की यह मूर्ति बनाने का विचार पहली बार 1850 में आया था। कैथोलिक पादरी पेड्रो मारिया बॉस ने कोर्कोवाडो की चोटी पर एक विशाल प्रतिमा स्थापित करने के लिए राजकुमारी ईसाबेल से धन की मांग की थी, लेकिन यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। इसके बाद 1921 में, रियो के कैथोलिक सर्कल ने इस महत्वाकांक्षी योजना को दोबारा उठाया। इस बार जनता ने दिल खोलकर इसका समर्थन किया और आर्थिक मदद की।
डिजाइन में छिपा शांति और धर्म का प्रतीक
मूर्ति का डिजाइन तय करते समय कई विकल्प रखे गए, जिसमें क्रॉस, हाथ में पृथ्वी लिए ईसा मसीह, और अंततः खुले हाथों वाली यह प्रतिमा चुनी गई। यह केवल ईसाई धर्म का प्रतीक नहीं, बल्कि शांति और करुणा का प्रतीक भी है। क्राइस्ट द रिडीमर की यह मूर्ति अपने आप में एक इंजीनियरिंग का चमत्कार है। 9.5 मीटर (31 फीट) के आधार सहित इसकी कुल ऊंचाई 39.6 मीटर (130 फीट) है और चौड़ाई 30 मीटर (98 फीट)। इसका वजन करीब 635 टन है। तिजुका फॉरेस्ट नेशनल पार्क में स्थित यह मूर्ति रियो डी जेनेरियो शहर का अद्भुत दृश्य पेश करती है। पक्षियों को मूर्ति पर बैठने से रोकने के लिए शीर्ष पर विशेष कीलें लगाई गई हैं।
जी20 सम्मेलन में वैश्विक नेताओं का जमावड़ा
रियो डी जेनेरियो में इस साल के जी20 शिखर सम्मेलन में दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेता एक मंच पर आएंगे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ पीएम मोदी भी महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय सहयोग और आर्थिक स्थिरता को नई दिशा देने का मंच बनेगा।
नाइजीरिया से ब्राजील तक कूटनीतिक यात्रा का अगला चरण

इससे पहले, पीएम मोदी ने नाइजीरिया की सफल यात्रा के बाद ब्राजील के लिए प्रस्थान किया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाइजीरिया की सार्थक यात्रा के बाद ब्राजील के लिए विमान में सवार हुए।” खुद पीएम मोदी ने भी एक पोस्ट में नाइजीरिया को धन्यवाद देते हुए लिखा, “यह यात्रा भारत-नाइजीरिया दोस्ती को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी।”
नाइजीरिया में मिला सर्वोच्च सम्मान GCON

नाइजीरिया की यात्रा के दौरान पीएम मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर (GCON) से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पाने वाले वे विश्व की दूसरी बड़ी हस्ती बन गए हैं। इससे पहले 1969 में महारानी एलिजाबेथ को यह सम्मान दिया गया था। इस ऐतिहासिक क्षण ने भारत-नाइजीरिया के संबंधों को नई मजबूती दी है।
राष्ट्रपति टीनुबू से हुई अहम बातचीत
नाइजीरिया में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू से मुलाकात की। स्टेट हाउस में आयोजित इस बैठक में पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत 21 तोपों की सलामी के साथ किया गया। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने हाल ही में आई बाढ़ से हुए विनाश पर गहरी संवेदना व्यक्त की और दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
गुयाना के साथ भारत का ऐतिहासिक कदम
जी20 सम्मेलन के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर को गुयाना के दौरे पर जाएंगे। खास बात यह है कि पिछले 50 वर्षों में गुयाना का दौरा करने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। इस दौरे से भारत और गुयाना के बीच संबंधों को नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है। भारत ने पिछले साल जी20 की अध्यक्षता करते हुए एक ऐतिहासिक सम्मेलन का आयोजन किया था। इस बार ब्राजील की अध्यक्षता में हो रहे सम्मेलन में भारत की उपस्थिति वैश्विक मंच पर उसकी अहम भूमिका को और मजबूत करेगी।