लखनऊ संवाददाता- mohd kaleem…
लखनऊ: विभूतिखंड कोतवाली में हाईकोर्ट अधिवक्ता ने विनायक इंटरप्राइजेज के संचालक और वकील समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपियों ने अधिवक्ता को इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगवाने का झांसा देकर रुपये लिए हैं।
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगवाने का झांसा देकर लिए रुपये…
अवनीश कुमार भट्ट हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं। उनके साथ हाईकोर्ट में देवेश भी प्रैक्टिस करते हैं। अवनीश का आरोप है कि कुछ वक्त पहले देवेश ने बताया कि गोमतीनगर स्थित विनायक इंटरप्राइजेज के संचालक मधुकर द्विवेदी को प्रदेश के 17 जिलों में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का टेण्डर मिला है।
आरोपियों ने टाटा कम्पनी के नाम का भी इस्तेमाल किया। भरोसा जीतने के लिए मधुकर द्विवेदी ने अपने ऑफिस बुलाया। वहां अवनीश को लैपटॉप पर चार्जिंग स्टेशन के टेण्डर से जुड़े दस्तावेज भी दिखाए। इस दौरान देवेश और राहुल पाण्डेय भी मोजूद थे। जिन्होंने मधुकर की बात का समर्थन किया।
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चार्जिंग स्टेशन स्कीम के बारे में है बताया…
आरोपियों का यह भी दावा था कि प्रदेश के अन्य जिलों में चार्जिंग स्टेशन बनाने का टेण्डर पवन मिश्रा को मिला है। अगर आप चाहो तो इसमें पार्टनर बन सकते हो। अधिवक्ता देवेश पर भरोसा कर अवनीश ने पांच लाख रुपये मधुकर द्विवेदी के खाते में जमा कर दिए।वहीं, दो लाख रुपये राहुल पाण्डेय की मां के खाते में भेजे गए।
करीब सात लाख रुपये लगाने के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ। इस बीच अवनीश ने मित्र अशोक शुक्ला और सुरेंद्र पाण्डेय की चार्जिंग स्टेशन स्कीम के बारे में है बताया। इस पर दोस्तों ने मधुकर द्विवेदी के रचे खेल के बारे में जानकारी दी। आरोप है कि विनायक इण्टरप्राइजेज का मधुकर पवन और राहुल पहले भी कई लोगों को इसी तरह से फंसा चुके हैं।
इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि अवनीश कुमार भट्ट की तहरीर पर मधुकर द्विवेदी, पवन मिश्री, राहुल पाण्डेय और देवंश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।