Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में एक बार फिर फर्जीवाड़ा देखा गया है.महराजगंज जनपद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत मिलने वाले गृहस्थी का सामान और 35 हजार रुपये के लालच में लोगों ने मिलकर भाई और बहन के ही सात फेरे करा दिए.भाई-बहन की शादी की खबर सुनकर सभी के होश उड़ गए वहीं ये खबर सामने आने के बाद यूपी प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है।
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मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फिर फर्जीवाड़ा
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीबों की भलाई के लिए है जिसमें निर्धन परिवार से आने वाले युवक-युवती की शादी कराई जाती है मगर इस योजना से जुड़ी फर्जीवाड़े की खबरें आए दिन मीडिया में सुर्खियां बटोरती हैं.ऐसा ही एक नया मामला यूपी के महराजगंज से सामने आया है,जहां इस योजना का लाभ पाने की लालच में कुछ बिचौलियों ने भाई-बहन के बीच ही सात फेरे लगवा दिए हैं…मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादीशुदा जोड़ों को गृहस्थी का सामान और 35 हजार रुपए की धनराशि सरकार की ओर से दी जाती है।
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लालच में आकर भाई-बहन की कराई शादी
पूरा मामला महराजगंज के लक्ष्मीपुर ब्लॉक का है जहां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 38 जोड़ों की शादी करवाई गई.इस दौरान योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ बिचौलियों ने एक लड़की से संपर्क किया,जिसकी शादी 1 साल पहले ही हो चुकी थी लेकिन बिचौलियों ने लालच में जैसे-तैसे लड़की को दूसरी शादी के लिए मनाया,मगर शादी वाले दिन जिस लड़के से उसकी शादी होनी थी वो मंडप में नहीं आया…ऐसे में बिचौलियों ने भाई को ही दूल्हा बनाकर मंडप में बिठा दिया और दोनों भाई-बहन की पूरे विधि विधान के साथ शादी संपन्न करवा दी।
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एक्शन में आया समाज कल्याण विभाग
वहीं ये मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश प्रशासन की भी नींद उड़ गई है पहले तो अधिकारी फर्जीवाड़े की खबर पर इसका बचाव करने में जुटे थे लेकिन जब मामला मीडिया के जरिए सुर्खियों में आया तो समाज कल्याण विभाग से जुड़े अधिकारी फर्जी शादी करने वाले लाभार्थी के घर पर पहुंचकर सामान को वापस करने और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाली नकद धनराशि को निकालने में जुट गए हैं।आपको यहां बता दें कि,ये पहला मामला नहीं है जब मुख्यमंत्री विवाह योजना को लेकर इस तरह फर्जीवाड़े की खबर सामने आई है इससे पहले यूपी के बलिया और झांसी में भी लोगों ने नकली जोड़ों को बैठाकर शादी कराई है.इससे पहले भी लोगों ने योजना का गलत फायदा उठाने की कोशिश की है।