Abortion Law In France:फ्रांस महिलाओं को गर्भपात का संवैधानिक अधिकार देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।वहीं गर्भपात को संवैधानिक अधिकार देने वाला दुनिया का पहला देश बना है। वहीं कई देशों ने संविधान में बच्चे पैदा करने से जुड़े अधिकारों को शामिल किया है, लेकिन फ्रांश ऐसा पहला देश बना है, जो स्पष्ट रूप से गर्भपात की गारंटी देता है। इसके अलावा 1958 के संविधान में बदलाव कर महिलाओं को गर्भपात से जुड़े मामले में पूरी तरह से फैसला लेने की आजादी दे दी है। दरअसल राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसके लिए सोमवार को संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाया था। जिसमें गर्भपात के अधिकार को लेकर आए प्रस्ताव के पक्ष में सांसदों के मतदान के बाद इसे पास कर दिया गया। ये कानून महिलाओं को गर्भपात की आजादी देता है।
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780-72 वोटों के भारी बहुमत के साथ पास किया
इसी के साथ फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि-“उन्होंने महिलाओं को गर्भपात का संवैधानिक अधिकार देने का वायदा किया था, जिसे पूरा किया है।”वहीं वर्साय की संसद ने इस प्रस्ताव को 780-72 वोटों के भारी बहुमत के साथ पास किया। यानी 780 मत इसके पक्ष में तो सिर्फ 72 वोट विरोध में आए।वहीं जहां एर तरफ राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस कदम को फ्रांसीसी गौरव बताते हुए दुनिया के लिए एक संदेश कहा है तो दूसरी ओर वेटिकन समेत गर्भपात विरोधी समूहों ने इस बदलाव की कड़ी आलोचना की है।
मैक्रों ने इसे गर्व बताते हुए कहा..
रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे गर्व बताते हुए कहा है कि-” ये पूरी दुनिया को एक संदेश देगा, हालांकि, गर्भपात विरोधी समूहों ने इस संवैधानिक बदलाव की पुरजोर आलोचना की है, वहीं, गर्भपात अधिकार के समर्थकों ने पेरिस में जुटकर इस फैसले की तारीफ की है।”
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“ये फैसला आप खुद करेंगी”
इस दौरान प्रधानमंत्री गेब्रियल अटल ने ससंद में मतदान से पहले कहा कि-” हम सभी महिलाओं को एक संदेश दे रहे हैं कि आपका शरीर आपका है और कोई दूसरा आपके लिए निर्णय नहीं ले सकता है। ये फैसला आप खुद करेंगी। इसके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि -“सरकार शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला अधिकार दिवस पर संशोधन के पारित होने का जश्न मनाएगी। इसके लिए एक औपचारिक समारोह आयोजित किया जाएगा।”